चंडीगढ़, 15 अक्तूबर पंजाब के लुधियाना जिले में ट्रांसपोर्ट टैंडर घोटाले को लेकर सांसद रवनीत सिंह बिट्टू तथा पंजाब विजिलैंस के एसएसपी आमने-सामने हो गए हैं। 22 अगस्त को 2 हजार करोड़ के टैंडर घोटाले के मुलजिम पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को विजिलैंस ने सैलून से गिरफ्तार किया था।
जब आशु को विजिलैंस ने गिरफ्तार किया था तो उस समय सांसद रवनीत सिंह बिट्टू की मौके पर विजिलैंस अधिकारियों के साथ काफी बहस हुई थी। इस मामले में विजिलैंस ने सीपी को रिमाइंडर भेजा है कि बिट्टू के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। जबकि रवनीत सिंह बिट्टू ने सोशल मीडिया पर लाइव होकर कहा कि विजिलैंस अधिकारी आशु के करीबियों, कांग्रेसी वर्करों तथा पार्षदों को बिना वजह परेशान न करें। बिट्टू ने बताया कि विजिलैंस ने सबसे पहले भारत भूषण आशु को गिरफ्तार किया, जबकि वह खुद गिरफ्तारी देने गया था।
आशु दो महीनों से जेल में है। अब आशु की जमानत पटीशन हाईकोर्ट में थी, फिर अचानक आशु को रात को जेल में से नवांशहर लाया जाता है, क्योंकि विजिलैंस को आशु के खिलाफ लुधियाना से कुछ नहीं मिला। रवनीत बिट्टू ने कहा कि आशु की लुधियाना में गिरफ्तारी के बाद सरकार को कोई सियासी फायदा नहीं हुआ। अब जब निगम चुनाव आने वाले हैं तो अब कांग्रेसी वर्करों तथा पार्षदों पर दबाव डाला जा रहा है। सरकार के इशारे पर ही विजिलैंस शहर के लोगों को निशाना बना रही है। यदि सन्नी भल्ला आशु के वार्ड पार्षद हैं तो क्या इसका मतलब यह है कि सन्नी भल्ला को भी आशु के साथ लपेट लिया जाए? यहां तक कि कांग्रेस पार्टी के मेयर का नाम भी विजिलैंस द्वारा मीडिया में सामने आया था कि वह भी कहीं न कहीं इस घपले में शामिल है।
आमने-सामने : सांसद रवनीत सिंह बिट्टू तथा पंजाब विजिलैंस के एसएसपी
Oct 15, 2022