अमृतसर: पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान से संचालित होने वाले ड्रग तस्करी नेटवर्क पर शिकंजा कसा है। बता दें कि इस कार्रवाई में अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने दो अंतरराष्ट्रीय ड्रग सप्लाई मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है।
इस अभियान में पुलिस ने दो प्रमुख आरोपियों गुरसेवक सिंह उर्फ सेवक और बलजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। उनकी गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने 2.815 किलोग्राम मेथाम्फेटामाइन (आइस) बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है। पंजाब पुलिस के महानिदेशक (DGP) ने इस कार्रवाई की जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘X’ (पूर्व ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन राज्य में ड्रग तस्करी के नेटवर्क को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण सफलता है।
वर्चुअल नंबरों से पाकिस्तान से संपर्क
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार आरोपी पाकिस्तान में बैठे संचालकों से वर्चुअल नंबरों के माध्यम से संपर्क में थे। ये आरोपी पंजाब के विभिन्न इलाकों में नशे की खेपों की ढुलाई और डिलीवरी का काम करते थे। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि संदेह से बचने के लिए तस्कर धार्मिक स्थलों के आसपास डिलीवरी पॉइंट तय करते थे, ताकि पुलिस और स्थानीय लोगों की निगाह से बचा जा सके।
2 थानों में दर्ज हुई एफआईआर : इस मामले में अमृतसर के गेट हकीमा और मकबूलपुरा पुलिस स्टेशनों में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि सीमा पार संचालकों की पहचान, सप्लाई चेन और पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए गहन जांच जारी है।
पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता : डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस राज्य से नशे की जड़ें खत्म करने और सीमा पार सक्रिय नार्को नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए पूरी तरह समर्पित है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस तरह के ऑपरेशन भविष्य में और तेज़ी से चलाए जाएंगे, ताकि पंजाब को नशामुक्त बनाने के मिशन को मजबूत किया जा सके।
