जम्मू : जम्मू-कश्मीर में एक ट्रेन बिना ड्राइवर (लोको पायलट ) के लगभग 84 किलोमीटर चली गई। रेलवे अथॉरिटी को जानकारी मिलने के बाद ट्रेन को पंजाब में रोका गया। घटना रविवार 25 फरवरी की सुबह की है। ट्रेन जम्मू के कठुआ स्टेशन पर रुकी थी, जिसके बाद वो चलकर पंजाब पहुंच गई। घटना को लेकर जम्मू रेलवे के डिवीजनल ट्रैफिक मैनेजर ने जांच के आदेश भी दिए हैं ।
बिना ड्राइवर ट्रेन कैसे चली : एक रिपोर्ट के मुताबिक 25 फरवरी की सुबह गाड़ी नंबर 14806R जम्मू के कठुआ स्टेशन पर रुकी थी। ये एक मालवाहक ट्रेन थी। सुबह ड्राइवर जब कथित तौर पर चाय-नाश्ते के लिए कठुआ स्टेशन पर रुके, तो वो उतरने से पहले हैंडब्रेक लगाना भूल गए थे। साथ ही उतरते वक्त ट्रेन का इंजन भी चालू था। इस बीच सुबह करीब 7:10 पर ट्रेन अपने आप चलने लगी। और लगभग 84 किलोमीटर दूर पंजाब के दौसा के करीब ऊंची बस्सी पहुंची। यहां एक पैसेंजर ट्रेन के स्टाफ ने काफी मशक्कत कर ट्रेन को रोका. गनीमत ये रही कि ये ट्रेन जिस रूट से जा रही थी। उस रूट पर कोई दूसरी ट्रेन नहीं थी। इस वजह से बड़ी दुर्घटना टल गई।घटना में किसी भी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है।