सुक्खू के गृह जिला की सीट पर मुकाबला जबरदस्त होने वाला : प्रशानिक सेवा अधिकारी को मिल सकती है हमीरपुर से कांग्रेस की टिकट

by
एएम नाथ। हमीरपुर : प्रदेश मे विधानसभा उप चुनावों की अधिसूचना जारी होते ही कांग्रेस पार्टी  फिर से एकशन मोड मे आ गई है। जहाँ तीन निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा मंजूर होने से भाजपा मे टिकट की दावेदारी को लेकर असमंजस बना हुआ है तो दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी किसी भी कीमत पर इन तीनों सीटों पर जीत हासिल करके पार्टी और प्रदेश सरकार ओर मजबूत करने की राह पर बढ़ चुकी है। यूँ तो पार्टी हाईकमान ने तीनों विधानसभा क्षेत्रों की कांग्रेस ब्लॉक कमेटियों को भंग करके जल्द ही नई कमेटियों को गठित करने के निर्देश जारी कर दिए है। कुछ भी हो इस बार उपचुनाव मे मुख्यमंत्री सुक्खविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला की सीट पर मुकाबला जबरदस्त होने वाला है। क्योंकि इस बार यहाँ से कांग्रेस पार्टी की टिकट पर मुख्यमंत्री सुक्खविंदर सिंह सुक्खू के करीबी व वर्तमान में हिमाचल प्रसाशनिक सेवा मे तैनात एक अधिकारी के चुनाव लड़ने की चर्चा भी जोरों पर हैं। पार्टी के पुराने व युवा पदाधिकारी भी इस प्रशानिक अधिकारी को चुनाव लडा़ने के पक्ष मे अपनी सहमति प्रकट कर चुके है। गौर तलब है कि इस प्रशासनिक अधिकारी का संबध भी हमीरपुर से ही है। वर्तमान मे ये अधिकारी हिमाचल प्रदेश के एक उपमंडल मे बतौर एसडीएम अपनी सेवाऐं दे रहा है। वहीं अगर अनुभव की बात करे तो वर्ष 2001 से ग्रामीण विकास विभाग मे नौकरी लगने के बाद उक्त अधिकारी एसईबीपीओ सहित विभिन्न 8 जिलों मे बीडीओ के रूप मे तथा जिला चम्बा व ऊना मे डीआरडीए में बतौर परियोजना अधिकारी सेवा दे चुका है पिछले वर्ष ही हिमाचल प्रशाशनिक सेवा मे इंडक्ट  हुआ है। इस दौरान इस अधिकारी का आम जनता की समस्याओं को समझने व उनके उचित निवारण व सरकारी योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने का अच्छा अनुभव है। वहीं इस अधिकारी की खेलों विशेषकर क्रिकेट मे भी काफी रूची है पिछले लगभग 30 वर्षों से भी अधिक समय मे तीन बार राष्ट्र स्तरीय जूनियर क्रिकेट प्रतियोगिता मे प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुका है व वर्तमान मे गाँव मे एक अकैडमी भी चला रहा है जिसमे नए प्रतिभाशाली खिलाड़ी उभर कर आ रहे हैं। वहीं अगर बात करें तो उक्त प्रशानिक अधिकारी मुख्यमंत्री ठाकुर सुक्खविंदर सिंह की नीतियों से काफी प्रभावित हैं। दूसरी ओर मुख्यमंत्री सुक्खविंदर सिंह सुक्खू भी व्यक्तिगत रूप से इस अधिकारी से परिचित है। पूर्व मे कांग्रेस पार्टी से ही ताल्लुक रखने वाले उनके पिता भी हमीरपुर नगर परिषद मे पार्षद रह चुके है।

You may also like

हिमाचल प्रदेश

विस चुनाव में प्रत्याशी के लिए चुनावी व्यय की सीमा 40 लाख रुपएः डीसी

जिला निर्वाचन अधिकारी ने व्यय निगरानी प्रशिक्षण कार्यशाला में की शिरक्त ऊना : 1 अक्तूबर: आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के दृष्टिगत आज लता मंगेशकर कला केंद्र समूरकला में व्यय निगरानी प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन...
हिमाचल प्रदेश

नशा उन्मूलन के लिए पंचायतों की भूमिका विषय पर राज्यस्तरीय कार्यशाला का राज्यपाल ने किया शुभारंभ

एएम नाथ। शिमला : राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों की सहभागिता से देवभूमि से नशे की बुराई का समूल नाश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देवभूमि की...
हिमाचल प्रदेश

देहरा में आपदा प्रबंधन 40 अंतर एजेंसी समूह किए गठित : आपदा प्रबंधन को ग्रामीण स्तर पर आमजन की सहभागिता होगी सुनिश्चित: बेक्टा

देहरा , 16 फरवरी। बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए कांगड़ा जिला के देहरा उपमंडल में आपदा प्रबंधन अंतर एजेंसी समूह गठित किया गया है इस बाबत पंचायत स्तर पर आपदा प्रबंधन प्लान तैयार करने...
हिमाचल प्रदेश

सोलन सदर सीट : ससुर-दामाद आमने-सामने , सबकी टिकी नजर

सोलन। हिमाचल की सोलन सदर सीट पर ससुर-दामाद आमने सामने आए हुए हैं। जिनपर सबकी खासी नजर टिकी हुई है। कहते हैं कि चुनाव और जंग में सब जायज़ है। यह कहावत प्रदेश में...
error: Content is protected !!