सुक्खू ने मंत्रियों के “पोर्टफोलियो” में किया बड़ा बदलाव, विक्रमादित्य सिंह को UD, धर्माणी को TCP

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एएम नाथ। शिमला : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रिमंडल के सदस्यों के विभागों में एक बार फिर फेरबदल हुआ है।  हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह को शहरी विकास विभाग का भी जिम्मा दे दिया गया है।

इसके अलावा हाल ही में मंत्री बने राजेश धर्माणी को टेक्निकल एजुकेशन के साथ नगर नियोजन और हाउसिंग विभाग का भी दे दिया गया है। वहीं, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को सहकारिता विभाग भी सौंपा गया है। यादविंदर गोमा को भी आयुष और खेल विभाग के साथ कानून विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।  हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री के पास अब जल शक्ति विभाग, परिवहन विभाग भाषा एवं संस्कृति विभाग के साथ सहकारिता विभाग की जिम्मेदारी होगी. धनीराम शांडिल के पास स्वास्थ्य के अलावा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता और सैनिक कल्याण विभाग की जिम्मेदारी रहेगी. कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार के विभागों में कोई फेरबदल नहीं हुआ है। उनके पास कृषि और पशुपालन विभाग रहेगा। हर्षवर्धन चौहान को उद्योग और संसदीय कार्य के साथ श्रम एवं रोजगार विभाग की जिम्मेदारी भी दी गई है. इससे पहले उद्योग मंत्री से आयुष विभाग वापस लिया गया था।

 नए विभाग की रोहित ठाकुर को जिम्मेदारी :  वहीं, जगत सिंह नेगी को राजस्व बागवानी, जनजातीय विकास के साथ जन समस्या निवारण विभाग की जिम्मेदारी भी दी गई है। रोहित ठाकुर को उच्च शिक्षा, प्रारंभिक शिक्षा के साथ प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग दिया गया है.।अनिरुद्ध सिंह के विभागों में कोई फेरबदल नहीं है. उनके पास पहले की तरह ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ही रहेगा।

 विक्रमादित्य सिंह का कद बड़ा :  इससे पहले जब दो नए मंत्री राजेश धर्माणी और यादविंदर गोमा को विभागों का आवंटन किया गया था, तो मुख्यमंत्री ने रोहित ठाकुर हर्षवर्धन चौहान और विक्रमादित्य सिंह के विभाग वापस लिए थे। तब मुख्यमंत्री ने कहा था कि इन्हें जल्द ही नए विभागों की जिम्मेदारी सौंप जाएगी। उस वक्त लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के नाराजगी की खबरें भी सामने आ रही थी। हालांकि अब विक्रमादित्य सिंह को एक बार दोबारा बड़े विभाग की जिम्मेदारी सौंप गई है। इसे विक्रमादित्य सिंह के कद में बढ़ोतरी के तौर पर देखा जा रहा है।

 नाराजगी धर्माणी की दूर करने की कोशिश : 
राजेश धर्माणी भी सिर्फ टेक्निकल एजुकेशन दिए जाने से नाराज थे। अब उन्हें भी दो बड़े विभागों की जिम्मेदारी देकर उनकी नाराजगी खत्म करने की कोशिश की गई है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के पास की सामान्य प्रशासन, गृह और योजना के साथ वह सभी अन्य विभाग रहेंगे, जिनका आवंटन नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री ने अब भी मुख्य विभागों के अलावा ऊर्जा, वन और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति जैसे विभाग अपने पास ही रखे हैं।

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