तलवाड़ा
अंतर्राष्ट्रीय वेटलैंड पौंग बांध झील के आसपास में प्रवासी पक्षियों का बर्ड फ्लू से मरने का सिलसिला चाहें 20वें दिन मे भी चाहे लगातार जारी रहा है लेकिन पिछले गुज़रे करीब पांच दिनों से यह क्रम दिन प्रति दिन काफी अधिक संख्या में घटता ही जा रहा है। जो कि हिमाचल प्रदेश के सहित पडोसी राज्य पंजाब प्रदेश के लिए भी एक बहुत ही अच्छी बात है। इस दौरान वन्य जीव प्राणी विभाग के पीसीसीएफ अर्चना शर्मा व डीएफओ राहुल एम रेहाने के द्वारा जारी सुचना के अनुसार अभी तक अंतर्राष्ट्रीय वेटलैंड पौंग बांध झील में 4900 प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है ओर धीरे-धीरे बर्ड फ्लू कंट्रोल में आ रहा है।इस दौरान 28 दिसम्बर 2021को शुरू-शुरू में इस अंतर्राष्ट्रीय वेटलैंड पौंग बांध झील के आसपास में सैकड़ों से हजार की संख्या प्रवासी पक्षी बर्ड फ्लू से मौत हो रही थी। लेकिन अब 11 जनवरी से विदेशों से यहाँ हर वर्ष आने वाले प्रवासी पक्षियों के मृतक अवस्था में मिलनें की संख्या अब दो अंकों में ही सिमट कर रह गई हैं। शनिवार को 26 प्रवासी पक्षियों की मौत हुई, जबकि धमेटा रेंज में से 4 व नगरोटा सुरियां रेंज में से 22 प्रवासी पक्षी मृतक अवस्था में मिले हैं।इस मौके पर वन्य प्राणी विभाग की इस कार्य में जुटी सभी टीमे के द्वारा पीपीई किट पहन कर के अपनी पूरी मुस्तैदी से मृत प्रवासी पक्षियों को बोरियो मे एकत्र करके फिर उनहे ट्रैक्टर टराली मे डाल करके फिर एक गड्ढा खोदकर उसी गड्ढे मे जलाने के पश्चात वहीं पर उसी गड्ढे में डाल कर दबाया जा रह है,ताकि कोई संक्रमण न फैल सके। पौंग झील में हिमाचल प्रदेश के
पालमपुर,शिमला, पडोसी राज्य पंजाब प्रदेश के जालंधर के साथ-साथ भोपाल की टीम भी दौरा कर चुकी है। इस दौरान हिमाचल प्रदेश के कागड़ा जिला प्रशासन के द्वारा पौंग झील के किनारे जाने सहित मछुआरों के मछली पकड़ने पर भी फिलहाल पाबंदी लगाई हुई है।वहीं पर अंतर्राष्ट्रीय वेटलैंड पौंग बांध झील के आसपास रहते लोगों को आपने पालतू पशुओं को भी पौंग झील में छोड़ने पर पुर्ण पाबंदी है।इस दौरान कागड़ा जिला प्रशासन ने उल्लंघना करने वालों पर केस करने सहित 50 हजार रुपए जुर्माना की सजा रखी है। पुलिस की भी ड्यूटी लगाई गई है तथा पुलिस भी लोगों को जागरूक करती आ रही। अब धीरे-धीरे बर्ड फ्लू कंट्रोल होने लगा है। बुद्धिजीवियों ने मांग की है कि पौंग झील किनारे खेती करने वालों पर भी कार्रवाई की जाए।इस दौरान वन्य जीव प्राणी विभाग शिमला के पीसीसीएफ अर्चना शर्मा व वन्य प्राणी विभाग हमीरपुर के डीएफओ राहुल एम रोहाणे ने बताया कि अब बर्ड फ्लू धीरे-धीरे थमने सा लगा है। प्रवासी पक्षियों की मौत का आँकड़ा काफी कम होता जा रहा है।इस दौरान पीसीसीएफ अर्चना शर्मा कहा हैं कि वन्य जीव प्राणी विभाग के डीएफओ राहुल एम रेहाने के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में उनकी टीम जिस में रेंज अफसर धमेटा सेवा सिंह व रेंज अफसर नगरोटा सुरिया जोगिन्दर सिंह के सहित फील्ड में कार्यरत समस्त वन्य जीव प्राणी विभाग की रेंज धमेटा व नगरोटा सुरियां रेंज के अधिकारीयों व कर्मचारियों के आपसी तालमेल व कड़ी मेहनत के चलते ही अंतर्राष्ट्रीय वेटलैंड पौंग बांध झील के आसपास के क्षेत्रों में इस वाइरस को फैलाने से बचा लिया गया।उन्होंने वन्य जीव प्राणी विभाग के समस्त उच्च अधिकारियों व फील्ड कर्मचारियों का आभार जताया है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी तक 4900 प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है, जिनको दबाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पौंग झील किनारे खेती करने वाले लोगों के विरुद्ध भी वनती कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
इस दौरान जिलाधीश कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि अभी तक अंतर्राष्ट्रीय वेटलैंड पौंग वांध झील किनारे जाने पर आम लोगों के आने जानें पर प्रतिबंध है। उन्होंने कहा कि जैसे ही बर्ड फ्लू पुर्ण तौर पर कंट्रोल हो जाएगा, तो मछुआरों व आम लोगों के लिए लगाया गया प्रतिबंध को भी हटा दिया जाएगा।