शिमला 09 मई – लोकसभा आम चुनाव-2024 के मद्देनजर 4-शिमला संसदीय क्षेत्र के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने वरिष्ठ आईआरएस अधिकारी अजय मलिक को व्यय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
अजय मलिक ने आज यहाँ बचत भवन में शिमला संसदीय क्षेत्र के व्यय संबंधित नोडल अधिकारियों से चुनाव व्यय निगरानी संबंधी सभी प्रबंधों की जानकारी ली तथा उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को एसओपी को बार-बार पढ़ने और उसका पालन करने के निर्देश दिये।बैठक में बताया गया कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में 3-3 उड़न दस्ते और 3-3 स्टैटिक सर्विलांस टीमें तैनात हैं। इसके अतिरिक्त, वीडियो सर्विलांस टीमें, वीडियो व्यूइंग टीम और अकाउंटिंग टीम भी तैनात की गई है। अजय मालिक ने कहा कि सभी उड़न दस्ते संबंधित अतिरिक्त रिटर्निंग अधिकारी के साथ बेहतर समन्वय में 24×7 काम करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में लगे सभी वाहनों में जीपीएस एक्टिवेट होने चाहिए और उसमें टीम के इंचार्ज का मोबाइल नंबर उपलब्ध होना चाहिए।
व्यय पर्यवेक्षक ने कहा कि उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के एक-एक खर्चे की गणना के लिए सभी टीमें अलर्ट रहें तथा भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों की अक्षरशः अनुपालना सुनिश्चित करें। उन्होंने उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के खर्चों के अकाउंट का पूरा रिकॉर्ड का शैडो रजिस्टर बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्टैटिक सर्विलांस टीमें संबंधित उपमण्डल दण्डाधिकारी की अनुमति के बिना अपना रूट नहीं बदलेंगी।उन्होंने पोस्ट ऑफिस, रेलवे सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और नारकोटिक्स विंग के साथ अलग से बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए ताकि उनके साथ भी अन्य विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की जा सके।
इस दौरान व्यय पर्यवेक्षक को जानकारी देते हुए शिमला संसदीय क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी अनुपम कश्यप ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के लागू होते ही जिला शिमला में सभी नोडल अधिकारियों के साथ समय-समय पर बैठक आयोजित कर उन्हें उनके कार्य बारे पूरे दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी सहायक रिटर्निंग अधिकारी अपने सूचना तंत्र को मजबूत करें और सीमावर्ती क्षेत्रों में कड़ी निगरानी सुनिश्चित करें। इस कार्य के लिये सभी अपने क्षेत्र में उड़न दस्तों और स्टेटिक सर्विलांस टीम को पूरी तरह एक्टिवेट करें और संपर्क मार्गों की भी निगरानी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी टीम में बेहतर और त्वरित संचार होना चाहिए। उन्होंने बैंक नोडल अधिकारी को समय-समय पर बैठक आवश्यक रूप से करने के निर्देश दिए और 10 लाख रुपए से अधिक के लेनदेन पर कड़ी निगरानी रखने और उसकी जानकारी देने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गांधी ने कहा कि लोग स्वतंत्र होकर तभी मतदान कर सकते हैं जब सभी प्रकार के प्रलोभन समाप्त होंगे। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न करवाने के लिए बेहतर कार्य करें और कड़ी निगरानी सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों के पुलिस बैरियर पर सीसीटीवी कैमेरा स्थापित हैं जिनकी निगरानी उनके कार्यालय कक्ष में की जा रही है।
अतिरिक्त उपायुक्त शिमला अभिषेक वर्मा ने बताया कि चुनाव से संबंधित 107 शिकायतें टोल फ्री नंबर 1950 पर प्राप्त हुई हैं, जिसमें 100 शिकायतें वोटर आईडी कार्ड से सम्बंधित थी और एक शिकायत आदर्श आचार संहिता तथा पांच अन्य शिकायतें थी। इसके अतिरिक्त, सी-विजिल एप पर 11 शिकायतें प्राप्त हुई है जिसमें कुछ पोस्टर और बैनर से सम्बंधित थी जिनका निपटारा कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 34 शिकायतें और माध्यमों से भी प्राप्त हुई है जिनका निपटारा भी कर दिया गया है और इस समय कोई भी शिकायत लंबित नहीं है।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय यादव, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) अजीत भारद्वाज, तहसीलदार निर्वाचन राजेंद्र शर्मा, एआरओ और तीनों जिला के व्यय सम्बंधित नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।