अमृसतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने असम के डिब्रूगढ़ जेल में बंद कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह पर लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) को सरकार द्वारा एक और वर्ष के लिए बढ़ाए जाने की कड़ी निंदा की है और एनएसए को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
अमृतपाल ने ऐसा कोई अपराध नहीं किया… एडवोकेट धामी ने कहा कि सरकार का यह कदम उन्हें अदालती प्रक्रिया से दूर रखकर मानवाधिकारों का सीधा उल्लंघन है। अमृतपाल सिंह ने ऐसा कोई अपराध नहीं किया कि उन्हें देशद्रोही करार दिया जाए और राज्य से हजारों किलोमीटर दूर जेल में रखा जाए।
उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों की दृष्टि से यह उचित कार्रवाई नहीं है। उन्होंने पंजाब सरकार से डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह पर लगाए गए एनएसए को तुरंत हटाने और उन्हें निष्पक्ष सुनवाई का अवसर देने को कहा।
अमृतपाल को किसी प्रकार का नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेवार सरकार होगी : खालिस्तान समर्थक व कट्टरपंथी अमृतपाल पर लगा एनएसए एक वर्ष के लिए और बढ़ाने के निर्णय पर उसके पिता तरसेम सिंह ने कहा कि यदि अमृतपाल को किसी प्रकार का नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेवार सरकार होगी। अमृतपाल पर एनएसए बढ़ा लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने जैसा है।
उन्होंने कहा कि अमृतपाल पर गैरकानूनी तरीके से जुल्म किया जा रहा है। सांसद बनकर अमृतपाल लोगों की आवाज उठाना चाहता है, लेकिन उस पर एनएसए लगाकर उसे रोका जा रहा है। यह सब कुछ केंद्र व पंजाब सरकार मिलकर कर रही हैं।