चंडीगढ । अमृतपाल सिंह को अरेस्ट किया है। हमने यह कार्रवाई इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर की है। यह जानकारी देते हुए आईजी हेडक्वार्टर डॉ सुखचैन सिंह गिल ने देते हुए कहा कि अमृतपाल सिंह ने सरेंडर नहीं किया। अमृतपाल पर कोर्ट से जारी एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है।
उन्होंने साफ किया कि अमृतसर पुलिस और इंटेलिजेंस पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन में उसे गिरफ्तार किया है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि गुरुद्वारे के अंदर क्या हुआ उन्हें इस बारे का कुछ पता नहीं है। आईजी ने बताया कि अमृतपाल की पंजाब पुलिस के पास पुख्ता सूचना थी। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा एक धार्मिक स्थल है। गुरुद्वारे के अंदर पंजाब पुलिस का कोई भी जवान नहीं गया।
उन्हीनों ने बताया कि आज सुबह 6:45 पर गांव रोडा से अमृतपाल को पकड़ा गया है। पंजाब पुलिस और इंटेलिजेंस के पास उसके गांव रोडा में होने की पुख्ता जानकारी थी। इस कारण गांव को चारों ओर से नाकाबंदी कर घेरा गया, लेकिन अमृतपाल सिंह गुरुद्वारा साहिब में छुपा हुआ था। पुलिस ने गुरुद्वारा साहिब की मर्यादा का ध्यान रखा। चारों ओर से नाकाबंदी के कारण अमृतपाल सिंह को फरार होने का कोई रास्ता नहीं मिला और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
उन्हीनों ने बताया अमृतपाल सिंह को डिब्रुगढ़ के लिए रवाना कर दिया गया है। पंजाब पुलिस ने बीते 35 दिन से दबाव बनाया हुआ था। L पूरे ऑपरेशन के दौरान शांति बनाए रखने के लिए पंजाब के लोगों का उन्हीनों धन्यवाद किया।
मुख्यमंत्री भबवंत मान अमृतपाल की गिरफ्तारी के आपरेशन पर रख रहे थे नज़र : मुख्यमंत्री भगवंत मान को ग्रिफ्तार करने के पूरे आपरेशन पर नज़र बनाए हुए थे। इतना ही नहीं उन्होंने पुलिस को हिदायत दी थी कि किसी भी तरह से माहौल खराब नही होना चाहिए। सूत्रों की माने तो जैसे पुलिस को यह सूचना मिली थी कि अमृतपाल रोडे गांव में है तो तुरंत मुख्यमंत्री को जानकारी दे दी गई थी था। डीजीपी के द्वारा मुख्यमंत्री को पल पल के के बारे में अपडेट किया जा रहा था।
गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल गुरूद्वारा साहिब में प्रवचन करते बोला- गिरफ्तारी अंत नहीं, शुरुआत : रोडे गांव गुरुद्वारा साहिब में प्रवचन के दौरान अमृतपाल ने कहा- यह जरनैल सिंह भिंडरांवाले का जन्म स्थान है। उसी जगह पर हम अपना काम बढ़ा रहे हैं और अहम मोड़ पर खड़े हैं। एक महीने से जो कुछ हो रहा है, वह सब सभी ने देखा है। अगर सिर्फ गिरफ्तारी की बात होती, तो गिरफ्तारी के बहुत तरीके थे। हम सहयोग करते। अमृतपाल बोला कि दुनिया की कचहरी में हम दोषी हो सकते हैं। सच्चे गुरु की कचहरी में नहीं। एक महीने बाद फैसला किया, इसी धरती पर लड़े हैं और लड़ेंगे। जो झूठे केस हैं, उनका सामना करेंगे। गिरफ्तारी अंत नहीं शुरुआत है।’