अमेरिका में पंजाबी ट्रक ड्राइवरों के लिए अब अंग्रेजी भाषा सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। फेडरल मोटर कॅरिअर सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन (एफएमसीएसए) ने नए नियम लागू करते हुए 7,248 ट्रक चालकों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। करीब 50 हजार ड्राइवर जांच के घेरे में हैं। इन सख्त नियमों का सबसे ज्यादा असर भारतीय मूल खासकर पंजाब और हरियाणा के ड्राइवरों पर पड़ा है।
एफएमसीएसए ने 2025 में ट्रक ड्राइवरों के लिए सड़क पर ही अंग्रेजी का टेस्ट अनिवार्य किया है। इसके मुताबिक ड्राइवरों को जनता से बातचीत करने, ट्रैफिक संकेत समझने और पुलिस या कानून प्रवर्तन अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने के लिए पर्याप्त अंग्रेजी बोलनी और पढ़नी आनी चाहिए। इन टेस्ट में फेल पाए गए 7 हजार से अधिक ड्राइवरों को तुरंत नौकरी से हटाते हुए उनके लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। कई स्थानों पर ट्रक रोककर ड्राइवरों से मौके पर ही अंग्रेजी में सवाल पूछे जा रहे हैं। अमेरिका के ट्रकिंग सेक्टर में करीब 1.50 लाख भारतीय मूल के ड्राइवर सक्रिय हैं जिनमें अधिकांश पंजाबी हैं। अब यह कार्रवाई सीधे इन्हीं पर भारी पड़ी है। बताया गया कि हाल के कुछ हादसों और फर्जी लाइसेंसिंग के मामलों के बाद यह सख्ती की गई है। अमेरिकी अटॉर्नी जसप्रीत सिंह के अनुसार अब उन ड्राइविंग स्कूलों की जांच शुरू हो चुकी है जिन्होंने संदिग्ध तरीके से प्रमाणपत्र जारी किए थे। अनुमान है कि जांच पूरी होने पर 50 हजार से अधिक लाइसेंस रद्द हो सकते हैं। नए आदेशों के साथ विदेशी ट्रक ड्राइवरों के लिए वर्क वीजा पर अस्थायी रोक लगा दी गई है। कुछ राज्यों, खासकर कैलिफोर्निया को ढीले अनुपालन के कारण चेतावनी दी गई है।
- ट्रक ड्राइवरों के लिए अंग्रेजी में ट्रैफिक साइन पढ़ना और संवाद करना अनिवार्य।
- सड़क किनारे ही हो रहा अंग्रेजी बोलने-समझने का टेस्ट, फेल होने पर लाइसेंस रद्द।
- विदेशी ट्रक ड्राइवरों के वीजा जारी करने पर रोक।