चंडीगढ़ : पिछले दिनों अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवाओं में बड़ी संख्या उन युवाओं की है जो अवैध इमिग्रेशन एजेंटों के झांसे में आकर धोखाधड़ी का शिकार हुए। इन्हीं युवाओं की वतन वापसी के बाद अब पंजाब पुलिस ने इनके ब्यान दर्ज करते हुए उन लोगों पर कार्रवाई तेज उन एजेंटों पर एफआईआर दर्ज की है जिन्होंने इन युवाओं को सब्जबाग दिखाते हुए उनसे मोटी रकम लूटी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पंजाब पुलिस ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया है जो कार्रवाई कर रही है। एसआईटी में एडीजीपी (एनआरआई मामलों) प्रवीण सिन्हा के नेतृत्व वाली टीम ने ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ पांच नई एफआईआर दर्ज की हैं और दो और धोखेबाज ट्रैवल एजेंटों को गिरफ्तार किया है।
अब तक 15 एफआईआर हुई दर्ज
इस कार्रवाई के साथ अब तक कुल एफआईआर की संख्या 15 हो गई है, जबकि गिरफ्तारियों की संख्या तीन हो गई है। ये एफआईआर उन एजेंटों के खिलाफ दर्ज की गई हैं, जिन्होंने कथित रूप से पीड़ितों को अमेरिका में गैर-कानूनी तरीके से प्रवेश दिलाने के झूठे वादे कर ठगा था, जिसके परिणामस्वरूप उनकी (पीड़ितों) वतन वापसी हुई।
हाल ही में दर्ज एफआईआर 17 और 18 फरवरी 2025 को तरनतारन, एस.ए.एस. नगर, मोगा और संगरूर जिलों में दर्ज की गईं। गैर-अधिकृत नेटवर्कों के माध्यम से काम करने वाले आरोपी एजेंट, पीड़ितों से सुरक्षित और कानूनी इमिग्रेशन रास्तों का वादा कर मोटी रकम वसूलते हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें अमानवीय परिस्थितियों, नजरबंदी और अंतत: वतन वापसी का सामना करना पड़ता है।