टीबी दिवस के अवसर पर जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन
गढ़शंकर, 24 मार्च : विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. रघबीर सिंह के कुशल नेतृत्व में आयुष्मान आरोग्य केंद्रों व टीबी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए ब्लॉक स्तरीय जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. रघबीर सिंह ने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि टीबी से पीड़ित लोगों को सबसे अधिक उपेक्षित और कमजोर माना जाता है तथा बड़ी संख्या में टीबी पीड़ितों को उपचार और देखभाल प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में विश्व टीबी दिवस के अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन टीबी और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए स्वास्थ्य असमानताओं को दूर करने के लिए वैश्विक कार्रवाई का आह्वान कर रहा है ताकि टीबी को खत्म करने के लिए ठोस कार्रवाई की जा सके। विश्व टीबी दिवस का उद्देश्य लोगों में टीबी और इसकी रोकथाम के प्रयासों के बारे में जागरूकता फैलाना है, साथ ही लोगों पर इसके स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक प्रभावों के बारे में जन जागरूकता फैलाना है। इसी कारण विश्व टीबी दिवस पर जागरूकता अभियान के साथ-साथ विभिन्न अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि टीबी की यह बीमारी मुख्य रूप से फेफड़ों में शुरू होती है। यह रोग एक जीवाणु द्वारा फैलता है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमित होता है। यह टीबी रोग शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। टीबी के जीवाणु मस्तिष्क, गले और हड्डियों सहित शरीर के किसी भी हिस्से को नष्ट कर सकते हैं। यदि यह रोग मस्तिष्क में हो जाए तो रोगी को दौरे पड़ने लगते हैं। इस बीमारी के लक्षण शुरू होते ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच करानी चाहिए। यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह तक लगातार खांसी, मुंह से खून आना या रात में पसीना आना हो तो यह हानिकारक हो सकता है। यदि वजन बढ़ना या वजन कम होना जैसे लक्षण दिखें तो जांच कराकर उपचार शुरू कर देना चाहिए। इलाज शुरू होने पर विभाग की ओर से मरीज को मुफ्त दवा और अच्छे खानपान के लिए 1000 रुपए प्रतिमाह दिए जाते हैं।इस अवसर पर डॉ. रमनदीप कौर, डॉ. हरपुनीत कौर, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर विकास शर्मा, नर्सिंग सिस्टर परमजीत कौर, एलएचवी जोगिंदर कौर, राजिंदर कौर, फार्मेसी अधिकारी संजय लांब, आशा वर्कर और गांववासी मौजूद थे।