पंजाब की मंडियों में कल यानी (मंगलवार) से धान की खरीद शुरू हो जाएगी। आढ़तियों और सीएम मान की मीटिंग में यह फैसला लिया गया है। मीटिंग के बाद आढ़तियों ने हड़ताल वापस लेने का फैसला लिया है। आढ़ती एसोसिएशन का कहना है कि मीटिंग में सभी मुद्दों पर मंथन हुआ है। सीएम ने उन्हें आश्वास दिया है कि सारी मांगे हल की जाएंगी। जबकि उनके मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाएंगे। आढ़ती एसोसिएशन ने कहा कि हम सरकारी प्रेस नोट का इंतजार कर रहे हैं।
192 करोड़ आढ़ती फीस के केंद्र ने रोक रखे : सीएम भगवंत मान की अगुवाई में यह मीटिंग दोपहर 12 बजे शुरू हुई थी, जो कि पूरे दो बजे तक चली। इसमें किसानों के प्रत्येक मुद्दे पर मंथन हुआ। मीटिंग में कृषि मंत्री गुमरीत सिंह और सारे अधिकारी आढ़ती एसोसिएशन के 52 मेंबर मौजूद थे। आढ़ती एसोसिएशन की दलील थी कि ढाई रुपए आढ़त बहुत कम है। जबकि मंहगाई बहुत बढ़ गई है । इस पर सीएम ने कहा कि इस मांग को पूरा किया जाएगा। आढ़तियों की सारे मांगे केंद्र के समक्ष उठाएंगे। केंद्र सरकार ने करीब १९२ करोड़ रुपए आढ़त फीस के रोक रखे हैं। मीटिंग में मंडियों में काम करने वाले मजदूरों की दिहाड़ी का भी उठा। इसे भी जल्दी पूरा करने का आश्वासन मिला है।
जरूरत पड़ी तो इस मामले में FCI से क़ानूनी लड़ाई लड़ने को भी तैयार : मीटिंग में ईपीएफ के बकाया 50 करोड़ के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई। सीएम ने कहा कि इस मामले को निपटाया जाएगा। सीएम ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इस मामले में FCI से क़ानूनी लड़ाई लड़ने को भी तैयार है। उन्होंने आढ़तियों को कहा कि वह उनकी मांगाें को लेकर गंभीर है। कृषि मंत्री गुरमीत सिंह ने कहा कि मीटिंग अच्छे माहौल में हुई है ।