‘मुहल्ला क्लीनिक खोलने की स्कीम मात्र सरकारी धन की बर्बादी’
चंडीगढ़ :
पंजाब यू.टी. मुलाजिम तथा पैंशन संयुक्त फ्रंट ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा पेश किए गए बजट को नकारते हुए कहा कि इस बजट में कुछ नया नहीं है बल्कि पिछली सरकारों की भांति लोगों को भ्रमित किया है।
संयुक्त फ्रंट के संयोजक जर्मनजीत सिंह, सतीश राणा, सुखदेव सिंह सैनी, रणजीत सिंह राणवां, बाज सिंह खैहरा, सुखजीत सिंह तथा जसवीर तलवाड़ा ने कहा कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा के प्रोजैक्टों द्वारा आप सरकार कार्पोरेट नीति पहले से अधिक प्रभावी कर रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के 13 हजार गांवों तथा हजारों शहरी मोहल्लों में 117 मुहल्ला क्लीनिक खोलने की स्कीम मात्र सरकारी धन की बर्बादी है। जबकि सरकार को पहले से निर्मित स्वास्थ्य केंद्रों की संभाल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 19 हजार स्कूलों की संख्या वाले इस प्रदेश में प्री-प्राइमरी से 12वीं कक्षा तक के 100 संयुक्त स्कूल खोलना भी फेल तजुर्बा साबित रहेगा। क्योंकि बादल सरकार के समय में भी आदर्श माडल स्कूल स्कीम को इसी प्रकार लाया जा चुका है।
संयुक्त फ्रंट के नेताओं ने कहा कि बजट स्पीच में 36 हजार अस्थाई तथा ठेका मुलाजिमों को पक्का करने ऐलान मात्र हवाई पुलिंदा है क्योंकि इस संबंधी अभी तक कोई कानून नहीं बना है। इसी प्रकार का ऐलान पिछली चन्नी सरकार द्वारा भी किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि बजट स्पीच में 6वें वेतन आयोग की त्रुटियां दूर करके 2.72 के गुणांक से लागू करने, पैंशनर्स को मुलाजिमों के बराबर गुणांक देने, नई पैंशन प्रणाली रद्द करके पुरानी पैंशन प्रणाली लागू करने, मान भत्ता वर्करों पर न्यूनतम वेतन पालिसी प्रभावी करना, मुलाजिमों के रोके गए 37 प्रकार के भत्ते पुन: बहाल करने तथा बकाया रहते 6 प्रतिशत डीए देने के बारे में भी कोई जिक्र नहीं किया गया। जिसे देखते हुए यह बजट एक छलावे से अधिक कुछ भी नहीं है।
बजट के विरोध में संयुक्त फ्रंट ने पंजाब के मुलाजिमों तथा पैंशनर्स की मदद से 28 से 30 जून बजट की प्रतियां फूंकने ऐलान किया है।
आप सरकार का पहला बजट कार्पोरेट हितैषी : सांझा फ्रंट
Jun 28, 2022