शिमला, 3 सितंबर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंगलवार को सुक्खू सरकार पर हमला बोला। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि केंद्र से प्रदेश को हर संभव सहायता मिल रही है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि हिमाचल प्रदेश आर्थिक संकट से जूझ रहा है। जयराम ठाकुर ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “हिमाचल प्रदेश में पहली बार ऐसी स्थिति आई है कि सितंबर की तीन तारीख बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है।
हिमाचल प्रदेश आर्थिक संकट से जूझ रहा है। लेकिन, राज्य के मुख्यमंत्री कभी कहते हैं कि यहां संकट है और कभी इससे इनकार कर देते हैं।” उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा, “सीएम दावा करते हैं कि 2027 तक हिमाचल पूरे देश में सबसे समृद्ध राज्य बनेगा। प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर मुख्यमंत्री के बयानों में विरोधाभास है। आर्थिक नजरिए से देखें तो हिमाचल प्रदेश दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गया है। राज्य में विकास कार्य ठप पड़े हैं। हमने इस मुद्दे पर विधानसभा में चर्चा की भी मांग की है, इस पर विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री की ओर से चर्चा का आश्वासन भी दिया गया है।”
जयराम ठाकुर ने कहा, “केंद्र से प्रदेश को हर संभव सहायता मिल रही है। केंद्र से मदद नहीं मिलने के आरोप निराधार हैं, प्रदेश की वित्तीय स्थिति को सुधारना वर्तमान सरकार की जिम्मेदारी है। केंद्र सरकार ने राज्य को भेजी जानी वाली मदद को कभी नहीं रोका है। प्रदेश में अगर कांग्रेस की सरकार है, तो सारे कामों को निपटाना भी उन्हीं की जिम्मेदारी है।”नेता प्रतिपक्ष जयरान ठाकुर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी की खटाखट योजनाओं की पोल खुल रही है। खटाखट योजनाओं के कारण प्रदेश की वित्तीय हालत खराब है। ये सरकार कर्मचारी हितेषी होने की बात करती है, लेकिन कर्मचारियों को समय पर सैलरी नहीं दे पा रही है।” उन्होंने शिमला में बनी अवैध मस्जिद का जिक्र करते हुए कहा, “अवैध मस्जिद को वहां से हटाना चाहिए। अवैध रुप से मस्जिद का निर्माण कर स्थानीय लोगों में झगड़ा करना दुर्भाग्यपूर्ण है।”