होशियारपुर : देश में विभिन्न प्रांतों के मुलाजिमों की राष्ट्रीय जत्थेबंदी आल इंडिया स्टेट गवर्नमेंट इंप्लाइज फेडरेशन द्वारा केंद्र तथा प्रांतों की सरकारों द्वारा अपनाईं जा रही मुलाजिम विरोधी नीतियों को उजागर करके संघर्ष आरंभ करने, पिछले समय के दौरान राष्ट्रीय फेडरेशन द्वारा देश में किए संघर्ष तथा प्राप्तियों का लेखा-जोखा करने तथा संगठनात्मक अवस्था को मजबूत करके भविष्य में संघर्ष करने संबंधी तीन साल बाद राष्ट्रीय संगठनात्मक कांफ्रैंस बुलाई गई है। आल इंडिया स्टेट गवर्नमेंट इंप्लाइज फेडरेशन की 17वीं राष्ट्रीय कांफ्रेंस 13 से 16 अप्रैल तक बेगूसराय (बिहार) में की जा रही है। राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन तथा प.स.स.फ. के प्रांतीय अध्यक्ष सतीश राणा ने बताया कि इस राष्ट्रीय कांफ्रैंस में जहां शेष प्रांतों की मुलाजिम जत्थेबंदियों के साथ संघर्ष की सांझ बढ़ती है वहीं राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र सरकार विरुद्ध भी राष्ट्रीय फ्रंट तैयार करके संघर्ष की रुपरेखा निर्धारित की जाती है। इस कांफ्रैंस में प्रांतों की मांगों के साथ-साथ रिक्त पदों को पक्के तौर पर भरने, पुरानी पैंशन लागू करने, हर प्रकार के कच्चे मुलाजिमों की सेवाएं रैगुलर करने, सरकारी अदारों का निजीकरण बंद करने के मुद्दे भारी रहेंगे तथा इन मुद्दों पर विचार उपरांत संघर्ष भी निर्धारित किया जाएगा। कांफ्रेंस के अंतिम दिन अगली राष्ट्रीय कमेटी का चुनाव भी किया जाएगा। राष्ट्रीय कार्यकारिणी मैंबर मनजीत सैनी ने बताया कि इस राष्ट्रीय कांफ्रैंस में प.स.स.फ द्वारा 30 डेलीगेट भाग ले रहे हैं। जिनमें 8 महिला डेलीगेट भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि चार दिन चलने वाली इस राष्ट्रीय कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए डेलीगेट साथी 11 अप्रैल को रवाना होंगे।
इस मौके पर रामजी दास चौहान, इंद्रजीत विर्दी, सुच्चा सिंह, सुखदेव जाजा, अमर सिंह, अमरजीत कुमार, सूरज प्रकाश, जसवंत सिंह व मलकीत सिंह विशेष रुप से मौजूद थे।
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आल इंडिया स्टेट गवर्नमेंट इंप्लाइज फेडरेशन का झंडा लहरवाने मौके पर उपस्थित प.स.स.फ. के नेता।