गढ़शंकर। डैमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट (डीटीएफ) पंजाब, ओडीएल अध्यापक यूनियन व ईटीटी टैट पास अध्यापक एसोसिएशन की अगुवाई में ईटीटी अध्यापकों की भर्ती के सभी लाभ बहाल करवाने की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के हलके आनंदपुर साहिब में इंसाफ रैली 6 नवंबर को की जाएगी। इस दौरान ओपन डिस्टैक लर्निंग अध्यापक के पिछले कई वर्षों से पैंडिंग रैगूलर अर्डर जारी करवाने की भी मांग की जाएगी। जिसके लिए जिले में भारी मात्रा में मुलाजिमों को एकत्र करने की मुहिम चलाई जा रही है तथा अध्यापकों द्वारा भारी मात्रा में इस रैली में भाग लिया जाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए मुकेश कुमार, जसवीर सिंह, स ुखदेव डानसीवाल, जरनैल सिंह, सतपाल कलेर, मनजीत सिंह, हंस राज, विनय कुमार ने बताया कि शिक्षा विभाग के तहत 7654, 3442 व 5178 भर्तियों के बाकी सभी अध्यापक तीन वर्ष की ठेका नौकरी पूरी होने के उपरांत इश्तिहार व नियुक्ति पत्रों की शरतों के तहत रैगुलर हो चुके हैं। लेकिन 125 के करीब ओपर डिसटैंस लर्निंग अध्यापकों से पक्षपात व बे-इंसाफी की गई है तथा यूनिवर्सिटी के अधिकार क्षेत्र से बाहर की डिगरी के हवाले से रैगूलर नहीं किया गया। जबकि उनसे पहले व बाद की भर्तियों के हजारों ओडीएल अध्यापक रैगूलर तथा प्रमोट भी हो चुके हैं। इसी तरह शिक्षा विभाग के तहत वर्ष 2016 में 4500 ईटीटी पोस्टों व रैगूलर भरती हुए 180 ईटीटी टैट पास अध्यापकों की पिछले पांच वर्ष की सर्विस को जबरदस्ती खत्म करते हुए एक लोक विरोधी फैसले के तहत भरती की सेवा शरतों से अलग कर दिया गया तथा वर्षों का परख समय सफलता से पूरा कर चुके होने के बावजूद शिक्षा विभाग द्वारा मई 2021 में नियमों से उलट नए नियुक्त पत्र जारी करके नए सिरे से परख समय व पंजाब तनख्वाह पैटर्न की जगह नए तनख्वाह स्केल लागू कर दिए गए हैं। नेताओं ने कहा कि घोर इंसाफी व पक्षपात वाले इन दोनों मामलों में इंसाफ की मांग करने के लिए पंजाब की जुझारू विरासत से प्रेरमा लेते हुए प्रदेश भर से हजारों अध्यापक 6 नवंबर को आनंदपुर साहिब में शिक्षा मंत्री की रिहायश के पास इंसाफ रैली की जाएगी।