सरकार ने दशहरा मनाने के लिए मांगा ₹25000 रोजाना
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : उत्तरी भारत के कुल्लू दशहरे के बाद सबसे बड़ा दशहरा होशियारपुर में मनाया जाता है और इस दशहरे में लाखों लोगों की सलूमियत होती है हैरानी की बात है पिछले 100 साल से मनाए जा रहे इस दशहरे पर किसी सरकार ने कभी कोई टैक्स नहीं लिया पर बदलाव वाली इस सरकार ने 25000/ प्रतिदिन के हिसाब से दशहरा कमेटी से टैक्स मांग कर मुगलो की सोच का उदाहरण दिया है।
उपरोक्त शब्द शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता संजीव तलवाड ने प्रेस के नाम जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहे। तलवार ने कहा कि सरकारों का काम होता है कि वह सभी धर्म के दिन त्योहारों का श्रद्धा के साथ मनाने में सहयोग करें । उन्होंने कहा अब जब त्यौहार के नाम पर भी सरकार व्यापार करना शुरू कर दे तो उसे प्रदेश की जनता का रब ही रखा हो सकता है तलवार ने कहा सरकार के इस फैसले ने एक बार पुण्य मुगलों की सोच को जीवित कर दिया है उन्होंने कहा शिरोमणि अकाली दल सरकार के इस फैसले का विरोध करता है और अगर सरकार ने यह फैसला ना बदला तो दशहरा कमेटी जो भी आंदोलन इस कार्य के लिए करेगी शिरोमणि अकाली दल उसका पूरा साथ देगा।