एएम नाथ। शिमला :मंत्री राजेश धर्माणी ने भारत के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक, उस्मानिया विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के अधिकारियों, संकाय सदस्यों और छात्रों से मुलाकात कर शैक्षिक और शोध के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।
इस बैठक में शोध सहयोग, छात्र विनिमय कार्यक्रम और नवाचारी शिक्षण पद्धतियों जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई। मंत्री जी ने दोनों संस्थानों के बीच मजबूत शैक्षिक संबंध स्थापित करने और लाभकारी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर जोर दिया।
उस्मानिया विश्वविद्यालय अपनी समृद्ध विरासत और विविध शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिए प्रसिद्ध है। दौरे के दौरान, मंत्री जी ने विभिन्न विभागों और सुविधाओं का दौरा किया और विश्वविद्यालय की उत्कृष्टता को करीब से समझा।
भविष्य में संयुक्त शोध पहल, कौशल विकास कार्यक्रम और सामुदायिक जुड़ाव परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए इस दौरे को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह दौरा शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरुआत कर सकता है।