सिद्धू मूसेवाला के बाद निशाने पर था ये पंजाबी सिंगर, दिल्ली में पकड़े गए अर्श डाला के दो गुर्गों का खुलासा
नई दिल्ली :दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एनकाउंटर के बाद खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डाला के दो गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए शॉर्प शूटर्स ने खुलासा किया है कि उनके निशाने पर पंजाबी सिंगर एली मंगत थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिन शॉर्प शूटर्स को गिरफ्तार किया है, उनका नाम राजप्रीत सिंह उर्फ राजा और वीरेंद्र सिंह उर्फ विम्मी है। दोनों को दिल्ली के मयूर विहार के समाचार अपार्टमेंट के सामने अक्षरधाम मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर गिरफ्तार किया गया।
इन दोनों ने इन्हें पकड़ने पहुंचे पुलिस कर्मियों पर फायरिंग कर दी थी। मुठभेड़ में आरोपियों की तरफ से पांच राउंड फायरिंग की गई थी, जिसमें से दो राउंड पुलिस की बुलेट प्रूफ जैकेट में लगीं।
आरोपियों के पास मिला हैंड ग्रेनेड : बदमाशों की तरफ से पुलिस टीम पर हुई फायरिंग के बाद पुलिसवालों ने छह राउंड फायरिंग की। इस गोलीबारी में एक आरोपी वीरेंद्र सिंह उर्फ विम्मी के दाहिने पैर में गोली लगी. घटना के बाद दोनों को इलाज के लिए एलबीएस अस्पताल भेजा दिया और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के कब्जे से एक रिवॉल्वर .45 एमएम के 6 जिंदा कारतूस, एक अन्य पिस्तौल और .30 एमएम के 7 जिंदा कारतूस के साथ एक हैंड ग्रेनेड और एक चोरी की बाइक बरामद की गई है।
मंगत की हत्या का टारगेट :इसके अलावा दोनों आरोपियों के खुलासे के आधार पर डेयरी स्केनर, गौतमबुद्ध नगर और एक अन्य ठिकाने पर छापा मारा गया. इन दोनों में से सचिन भाटी को भारी मात्रा में हथियार रखने के संदेह में पकड़ा गया है।
इस तरह बच गई थी मंगत की जान : पकड़े गए दोनों गैंगस्टर्स को अर्शदीप उर्फ अर्श डाला ने गायक एली मंगत की हत्या करने का काम सौंपा था।दोनों ने अक्टूबर 2023 में भटिंडा में इसे अंजाम देने की कोशिश भी की थी, लेकिन असफल रहे थे, दरअसल, उस वक्त उन्हें टारगेट घर पर नहीं मिला था।
पेरोल पर छूटने के बाद हो गया था फरार :पकड़े गए आरोपियों में से एक राजप्रीत सिंह उर्फ राजा फिरोजपुर के लेफ्टिनेंट गुरुचरण सिंह का बेटा है।पंजाब में अर्शदीप उर्फ डाला के शूटर्स में शामिल राजप्रीत की उम्र 25 साल है.।वह पंजाब के गांव जगरोआं निवासी परमजीत सिंह की 2023 में हुई हत्या के मामले में फरार था।परमजीत सिंह की हत्या राजप्रीत राजा और उसके सहयोगियों ने की थी।इससे पहले वह 2017 में पीएस गुरुहरसहाय जिला फिरोजपुर की हत्या की कोशिश के मामले में प्रयास था, जिसमें वह पैरोल से बाहर आया था।