एएम नाथ। शिमला : मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज शिमला में ऐतिहासिक एलर्जली भवन के चरण आधारशिला रखी। परियोजना की अनुमानित लागत 19.72 करोड़ रुपये है और इसे अप्रैल, 2026 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
परियोजना के तहत छः मंजिलों का भवन निर्मित किया जाएगा, जिसमें तीन मंजिलें पार्किंग के लिए, दो मंजिलों में सचिवालय कार्यालय और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इस परियोजना के पूर्ण होने पर सचिवालय परिसर में भीड़ कम होगी और आम लोग सुगमता से अपने कार्य करवा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नए भवन के निर्माण से लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी और इससे सर्कुलर रोड पर यातायात की सुचारू रूप से आवाजाही होगी।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए विमल नेगी की मृत्यु संबंधी मामले पर भाजपा पर इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अगर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नादौन में छापेमारी कर सकता है, तो सीबीआई की जांच भी करवाई जा सकती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले के प्रति संवेदनशील और गंभीर रूख अपना कर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी विमल नेगी की मृत्यु के पीछे की सच्चाई जानना चाहते हैं। विमल नेगी की पत्नी ने भी मुझसे भेंट की है और हम शोक संतप्त परिवार के साथ पूरी सहानुभूति और एकजुटता के साथ खड़े हैं।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, विधायक मोहन लाल ब्राक्टा, सुंदर सिंह ठाकुर, हरीश जनारथा, मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, उप-महापौर उमा कौशल, अतिरिक्त मुख्य सचिव कमलेश कुमार पंत, सचिव राजेश शर्मा और प्रियंका बासु सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।