नंगल- नंगल पुलिस ने दो टिप्पर चालकों पर बिल से अधिक रेत लेकर जाने के आरोप के अधीन मामला दर्ज किया है। दर्ज एफ.आई.आर अनुसार चालकों ने टिप्परों मे बिल से चार और पांच गुणा अधिक रेत भरा हुआ था। चालकों पर मामला दर्ज कर ग्रिफतार कर लिया गया है।
एफ.आर.आई के अनुसार सुखविंदर सिंह डी.एस.पी माइनिंग पंजाब द्वारा अैलगरां तरफ मजारी में स्थित चैक पोस्ट पर नाका लगाया हुआ था। इस दौरान टिप्पर नंबर पीबी 10 एफएफ 5723 व पीबी 12कयू 1939 जो रेत भरे हुए थे उन्हें रोका गया । जब उनसे दोनो टिप्परों की वेमैंट सलिप ली गई तो उस सलिप अनुसार पीबी 10 एफएफ 5723 और पीबी 12कयू 1939 में 9 एमटी और 12 एमटी रेत होने की जानकारी लिखी गई थी। पर जब दोंनो टिप्परों का कंडे पर भार किया गया तो पहले क्रमवार अनुसार एक में 50840 मैट्रिक टन और दूसरे में 56520 मैट्रिक टन रेत पाया गया। इस दौरान बरजिंदर सिंह यूनीयर इंजनीयर माइनिंग अफसर,जल प्रबंध उप मंडल खोज,नंगल के व्यानों पर पीबी 10 एफएफ 5723 के चालक गगन पुत्र राम पाल गांव तलवंडी,लुधियाना व पीबी12कयू1939 के चालक सुखदीप सिंह पुत्र हरमेल सिंह चोदा,अमरगढ़,संगरूर के खिलाफ विभिन्न विभिन्न धाराओं के अधीन मामले दर्ज किए गए।
गौरतलब हो के पंजाब सरकार द्वारा हिमाचल से आने वाले ओवरलोड वाहनों पर कारवाई करने के आदेश जारी किए थे। पंजाब हिमाचल सरहद पर चैक पोस्टें बनाई गई है। जिसे लेकर भास्कर में खबर प्रकाशित हुई थी चैक पोस्टों पर मुलाजमों की तैनाती ना होने से यहां पंजाब सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है,वहीं बिना रोक टोक के हिमाचल से रेत और बजरी से ओवरलोड टिप्पर पंजाब से गुजर रहें है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नंगल के गाव सूरेवाल से रोजाना रात के साय में सैकड़े की तादात में गाडिय़ा गुजरती है। हिमाचल से आने वाली ओवरलोड गाडिय़ा जो पंजाब से होकर गुजरती है। वह अनेक प्रकार के सावल खड़ी कर रहीं है। जो के जांच का विष्य है। क्योंकि यहां पंजाब सरकार के हुक्मों की अवहेलना हो रही है। वहीं बनाई गई चैकपोस्टे सफेद हाथी साबित हो रहीं है। जिससे पंजाब को रैवन्यू का नुकसान तो हो रहा है। इससे यहां पंजाब की सडक़ें टूट रहीं है,वहीं इन ओवरलोड गाडिय़ों के कारण पंजाब की सडक़ों पर होने वाले हादसों से कीमती जाने भी जा रही है।
इस मामले के जांच अधिकारी लेखा सिंह ने कहा के दोंनो चालकों को कोर्ट में पेश किया गया। यहां उन्हें जमानत मिल गई। उन्होंने बताया के गाडिय़ों में जो मट्रीयल था वह बिल पर लिखी मिकदार से अधिक था। बाकी दोंनो गाडिय़ा हिमाचल से भर कर आई थी।
एफ.आर.आई के अनुसार सुखविंदर सिंह डी.एस.पी माइनिंग पंजाब द्वारा अैलगरां तरफ मजारी में स्थित चैक पोस्ट पर नाका लगाया हुआ था। इस दौरान टिप्पर नंबर पीबी 10 एफएफ 5723 व पीबी 12कयू 1939 जो रेत भरे हुए थे उन्हें रोका गया । जब उनसे दोनो टिप्परों की वेमैंट सलिप ली गई तो उस सलिप अनुसार पीबी 10 एफएफ 5723 और पीबी 12कयू 1939 में 9 एमटी और 12 एमटी रेत होने की जानकारी लिखी गई थी। पर जब दोंनो टिप्परों का कंडे पर भार किया गया तो पहले क्रमवार अनुसार एक में 50840 मैट्रिक टन और दूसरे में 56520 मैट्रिक टन रेत पाया गया। इस दौरान बरजिंदर सिंह यूनीयर इंजनीयर माइनिंग अफसर,जल प्रबंध उप मंडल खोज,नंगल के व्यानों पर पीबी 10 एफएफ 5723 के चालक गगन पुत्र राम पाल गांव तलवंडी,लुधियाना व पीबी12कयू1939 के चालक सुखदीप सिंह पुत्र हरमेल सिंह चोदा,अमरगढ़,संगरूर के खिलाफ विभिन्न विभिन्न धाराओं के अधीन मामले दर्ज किए गए।
गौरतलब हो के पंजाब सरकार द्वारा हिमाचल से आने वाले ओवरलोड वाहनों पर कारवाई करने के आदेश जारी किए थे। पंजाब हिमाचल सरहद पर चैक पोस्टें बनाई गई है। जिसे लेकर भास्कर में खबर प्रकाशित हुई थी चैक पोस्टों पर मुलाजमों की तैनाती ना होने से यहां पंजाब सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है,वहीं बिना रोक टोक के हिमाचल से रेत और बजरी से ओवरलोड टिप्पर पंजाब से गुजर रहें है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नंगल के गाव सूरेवाल से रोजाना रात के साय में सैकड़े की तादात में गाडिय़ा गुजरती है। हिमाचल से आने वाली ओवरलोड गाडिय़ा जो पंजाब से होकर गुजरती है। वह अनेक प्रकार के सावल खड़ी कर रहीं है। जो के जांच का विष्य है। क्योंकि यहां पंजाब सरकार के हुक्मों की अवहेलना हो रही है। वहीं बनाई गई चैकपोस्टे सफेद हाथी साबित हो रहीं है। जिससे पंजाब को रैवन्यू का नुकसान तो हो रहा है। इससे यहां पंजाब की सडक़ें टूट रहीं है,वहीं इन ओवरलोड गाडिय़ों के कारण पंजाब की सडक़ों पर होने वाले हादसों से कीमती जाने भी जा रही है।
इस मामले के जांच अधिकारी लेखा सिंह ने कहा के दोंनो चालकों को कोर्ट में पेश किया गया। यहां उन्हें जमानत मिल गई। उन्होंने बताया के गाडिय़ों में जो मट्रीयल था वह बिल पर लिखी मिकदार से अधिक था। बाकी दोंनो गाडिय़ा हिमाचल से भर कर आई थी।