शंभू बॉर्डर : शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान बुधवार को दिल्ली रवाना होंगे। यहां हरियाणा पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ने के लिए किसान जेसीबी और हाईड्रोलिक क्रेन जैसी हैवी मशीनरी लेकर पहुंच गए हैं। इसके अलावा बुलेटप्रूफ पोकलेन मशीन भी लाई गई है। इनको इस तरह से डिजाइन कराया गया है कि इन पर आंसू गैस के गोलों का भी असर नहीं होगा। किसानों ने यह फैसला केंद्र के साथ हुई मीटिंग के बाद लिया। केंद्र ने कपास, मक्का, मसूर, अरहर और उड़द यानी 5 फसलों पर एमएसपी देने का प्रस्ताव दिया था।
किसानों ने यह प्रस्ताव खारिज कर दिया। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हमने एक्सपर्ट और किसानों से केंद्र के प्रस्ताव पर बात की। इसके बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे कि प्रस्ताव हमारे हित में नहीं है। हमारी MSP पर गारंटी कानून की मांग पूरी हो। एमएसपी देने के लिए 1.75 लाख करोड़ की जरूरत नहीं है। किसान आंदोलन के मद्देनजर हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट पर पाबंदी का फैसला 20 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है। तरनतारन के किसान मेजर सिंह बॉर्डर पर पोकलेन मशीन लेकर पहुंचे हैं उनका कहना है कि यह मशीन विशेष रूप से तैयार करवाई गई है यह बुलेट प्रूफ मशीन है। इस पर किसी भी प्रकार की गोली का कोई असर नहीं होगा कल दिल्ली कूच के समय बैरिकेड्स तोड़ने में सबसे आगे इसी मशीन को रखा जाएगा। इसके पीछे JCB और ट्रैक्टर ट्रालियां रहेंगी।
किसानों के दिल्ली कूच की तैयारी के लिए स्टेज से 3 ऐलान किए गए : कल सभी ट्रैक्टरों में पानी की टैंकियां भरकर रखी जाएंगी, सुबह 6 बजे सभी ट्रैक्टर पंजाब की सीमा में लाइन पर लगा दिए जाएंगे, ड्रोन से निपटने के लिए पतंगबाजी में माहिर युवकों की टीम सबसे आगे वाले टीम में रहेगी।