एएम नाथ। मंडी : बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली CISF महिला कर्मी कुलविंदर कौर का ट्रांसफर कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुलविंदर का तबादला चंडीगढ़ से बेंगलुरु कर दिया गया है। हालांकि CISF ने साफ किया है कि वह अभी भी सस्पेंड हैं और उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। पिछले दिनों किसान आंदोलन पर दिए गए उनके बयान से दुखी होकर कुलविंदर कौर ने हाल ही में कुछ दिनों पहले चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना को थप्पड़ मारा था। जिसके बाद कुलविंदर को सस्पेंड कर दिया था।
किसान संगठनों ने कुलविंदर का समर्थन किया : थप्पड़ मारने की घटना के बाद कई किसान संगठनों ने कुलविंदर को अपना समर्थन दिया था। किसान संगठनों के अलावा उनका पूरा परिवार और गांव वाले भी कुलविंदर के समर्थन में आ गए और नौकरी से सस्पेंड किए जाने का विरोध किया। पुलिस ने कुलविंदर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की। बॉलीवुड इंडस्ट्री के कुछ लोगों ने जहां कंगना का समर्थन किया और उनको थप्पड़ मारने की घटना की कड़ी निंदा की, वहीं दूसरी ओर गायक विशाल ददलानी समेत कई लोग कुलविंदर के समर्थन में आए। विशाल ने कहा था कि अगर उन्हें CISF कर्मी के पद से हटा दिया जाता है तो वह उन्हें नौकरी देंगे।
सुरक्षा में चूक हुई- इस घटना के बाद सीआईएसएफ के शीर्ष अधिकारी विनय काजला ने कहा था कि कुलविंदर ने माफी मांग ली है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने माना कि सुरक्षा में चूक हुई है और इसकी जांच शुरू हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि कुलविंदर अब माफी मांग रही हैं। इसके अलावा मैं खुद कंगना रनौत से मिला और उनसे इस घटना पर माफी मांगी। कंगना ने कुलविंदर और उनके परिवार के बारे में भी पूछा कि वह कौन हैं और परिवार की पृष्ठभूमि क्या है।
आतंकवाद पर कंगना ने उठाए थे सवाल : थप्पड़ वाली घटना के बाद कंगना रनौत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। एक वीडियो पोस्ट कर कंगना ने कहा, इस घटना के बाद मुझे बहुत सारे फोन आ रहे हैं। सबसे पहले तो मैं पूरी तरह से सुरक्षित हूं। चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर आज जो भी घटना हुई, वह सिक्योरिटी चेक को लेकर हुई थी। वहां पर मौजूद सिक्योरिटी स्टाफ ने साइड से आकर मेरे चेहरे पर मारा और गाली-गलौज करने लगी। जब मैंने वजह पूछी तो उसने मुझे किसान आंदोलन के बारे में बताया और बोली कि वह इसका समर्थन करती है। मुझे इस बात की चिंता है कि हम पंजाब में बढ़ रहे आतंकवाद और उग्रवाद से कैसे निपटेंगे।