गढ़शंकर, 12अगस्त: पंजाब सरकार द्वारा कर्मचारियों व पेंशनरों की मांगों के प्रति अपनाई जा रही टालमटोल की नीति के विरोध में कर्मचारी-पेंशनर संयुक्त फ्रंट की राज्य कमेटी ने सरकार द्वारा बार-बार मीटिंग के लिए समय दिए जाने के बाद भी मीटिंग को मौके पर ही रद्द कर मांगों को ठंडे बस्ते में डालने के लिए ब्लॉक स्तरीय रोष प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। इसी कड़ी के तहत ब्लॉक गढ़शंकर के कर्मचारी-पेंशनर फ्रंट ने मक्खन सिंह वाहिदपुरी, अमरीक सिंह, सतपाल मिन्हास, हरमेश मलकोवाल व बाबू परमानंद के नेतृत्व में स्थानीय गांधी पार्क में रैली की और उसके बाद रोष प्रदर्शन किया तथा बंगा चौक पर मुख्यमंत्री भगवंत मान व वित्त मंत्री हरपाल चीमा का पुतला फूंका। रैली में बोलते हुए नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार कर्मचारियों, पेंशनरों, मजदूरों और आम कर्मचारियों का आर्थिक शोषण कर रही है। पुरानी पेंशन बहाल करना, सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को नियमित करना, निजीकरण बंद करना, डीए और वेतन आयोग का बकाया बहाल करना, 37 भत्ते और एसीपी में कटौती करना, पेंशनरों के लिए 2.59 गुणक, केंद्रीय वेतन आयोग को समाप्त करना, मानदेय कर्मचारियों के लिए न्यूनतम वेतन लागू करना और अन्य जायज मांगों का समाधान नहीं किया जा रहा है। नेताओं ने राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि कर्मचारियों और पेंशनरों की मांगों को तुरंत माना जाना चाहिए। अगर मांगें नहीं मानी गईं तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा। इस मौके पर राम जी दास चौहान, शाम सुंदर कपूर, जीत सिंह बगवाई, जगदीश पखोवाल, गुरनाम हाजीपुर, सतपाल कलेर, संदीप बड़ेसरों, गुरमेल सिंह, संदीप डांसीवाल, जगदीश राय, बलवंत राम, रतन सिंह, रूप लाल, जोगिंदर हीर, पवन कुमार गढ़ी, सोमा रानी, मंजीत कौर, जोगिंदर ढाहां, रमन कुमार, निर्मल दडियाल, श्वेता कपूर, मीना कुमारी, अमरजीत थांडी, गुरनीत वाहिदपुरी, जसविंदर बेदी, मोइला जस्सोवाल, भालभद्र सिंह, हरी राम मौजूद रहे।