रोहित भदसाली। कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में अपने कई विधायकों की बगावत की घटना के करीब आठ महीने के बाद कल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी), जिला कमेटियों , ब्लॉक कमेटियों को भंग कर दिया था । जिसके चलते प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से प्रतिभा सिंह की करीब ढाई वर्षों के बाद विदाई हो गई। हालांकि वह फिलहाल कांग्रेस कार्यसमिति की स्थायी आमंत्रित सदस्य हैं।
इस साल फरवरी में राज्यसभा चुनाव के दौरान हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार उस वक्त संकट में आ गई थी जब पार्टी के छह विधायकों ने बगावत कर भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में वोट डाला था. इस कारण कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक सिंघवी को हार का सामना करना पड़ा था. बागी विधायकों को प्रतिभा सिंह का करीबी माना जाता था. इस बात को कांग्रेस हाई कमान भूली नहीं, लिहाजा कांग्रेस ने प्रदेश कमेटी के साथ साथ जिला कमेटियों , ब्लॉक कमेटियों को भंग कर दिया। कांग्रेस हाई कमान पार्टी को आँख दिखाने वालो को भी हाई कमान ने संदेश दे दिया है कि कांग्रेस में अनुशासन सर्वापर्य है।
कांग्रेस ने यह कदम संगठन के पुनर्गठन के लिए उठाया गया है। हालांकि, इसे आठ महीने से पहले के राजनीतिक घटनाक्रम और उसके बाद कुछ उन अन्य घटनाक्रमों से जोड़कर भी देखा जा रहा है । अब कांग्रेस सभी की सहमति के बाद ही हर वर्ग से सबंधित सक्रिय कार्यकर्ताओं को प्रदेश कमेटी में शामिल करते हुए साल 2027 के विधानसभा चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस मजबूती और जोश से उतरने का मन बना चुकी है।
अनुरोध पर ही राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे ने हिमाचल कांग्रेस की कमेट की भंग : प्रतिभा सिंह ने हिमाचल कांग्रेस कमेटी भंग किए जाने को लेकर बयान दिया है कि उनके अनुरोध पर ही राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हिमाचल कांग्रेस की कमेटी भंग की है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि पार्टी में कई ऐसे नेता भी हैं, जिनके पास सरकार और संगठन दोनों जगह पर ही पद हैं। उन्होंने पहले भी ऐसे नेताओं से संगठन में अपना पद छोड़ने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा कि अब पार्टी में ऐसे सक्रिय कार्यकर्ताओं को पदाधिकारी बनाया जाएगा, जो पार्टी के लिए अपना वक्त दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और महासचिव केसी वेणुगोपाल ने उनका आग्रह माना, इसके लिए भी उनका धन्यवाद करना चाहती हैं।
प्रतिभा सिंह 2022 में बनीं थी अध्यक्ष : प्रतिभा सिंह अप्रैल, 2022 में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष बनी थीं. पार्टी ने पीसीसी की पूरी इकाई के साथ ही जिला अध्यक्षों और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को भंग करने का फैसला किया है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी), जिला कांग्रेस अध्यक्षों और सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की सभी इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी