गढ़शंकर – सीपीएम के आह्वान पर मजदूर व किसान महिलाओं ने भारी संख्या में इकट्ठा हो कर इलाके में बिगड़ती कानून व्यवस्था व महंगाई के मुद्दे पर एसडीएम कार्यालय गढ़शंकर के सामने धरना लगाकर प्रदर्शन किया। धरने को संबोधित करते हुए सीपीएम के जिला सचिव गुरनेक सिंह भजल, महिंदर कुमार बद्दोआन व राज्य कमेटी की सदस्य सुभाष मट्टू ने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था नामात्र रह गई है, असमाजिक तत्वों के हौंसले बुलंद है और राज्य में नशे, चोरी व लूटपाट की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है लेकिन सरकार व पुलिस प्रशासन इनपर नकेल कसने में नाकाम रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा बोये धान की बीमारी लगने से झाड़ में कमी आई है और दूध उत्पादक किसानों की पशुधन को लगी बीमारी से एक लाख गायो की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि धान की बीमारी के एवज में साठ हजार प्रति एकड़ का मुआवजा, मनरेगा वर्करों को सात सौ रुपये प्रति दिहाड़ी, गरीब लोगों को दस-दस मरले के पलाट व तीन लाख रुपये मकान बनाने के लिए, इनकम के घेरे से बाहर गरीब लोगों को साढ़े सात हजार रुपये महीना व दस किलोग्राम प्रति व्यक्ति को अनाज दिया जाए। उन्होंने कहा कि कच्चे मुलाजिमों को पक्का किया जाए, सरकारी कार्यलयों में भृष्टाचार खत्म किया जाए, चुनाव दौरान लोगों से किये वायदों को पूरा किया जाए, बंद पड़े भट्ठों को चालू किया जाए, ईटो पर बड़ाइ जीएसटी दरों को कम किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नही किया तो सीपीएम संघर्ष करने के लिए मजबूर होगी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को सुरिंदर कौर चुबर, नीलम बद्दोआन, कश्मीर सिंह, करनैल सिंह व हरभजन सिंह ने भी संबोधित किया।
फ़ोटो : कानून व्यवस्था व महंगाई को लेकर सीपीएम के आह्वान पर एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना दे रहे किसान व मजदूर नेता।