चंडीगढ़ : संयुक्त किसान मोर्चा की अगुआई में किसानों ने मोहाली से चंडीगढ़ कूच शुरू कर दिया है। किसान पैदल ही चंडीगढ़ की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने मोहाली पुलिस का लगाया पहला बैरिकेड तोड़ दिया है। हालांकि, दूसरे बैरिकेड पर मोहाली पुलिस ने उन्हें रोक लिया। कुछ युवा किसान चंडीगढ़ में घुसने की जिद पर अड़े हुए हैं। किसान नेताओं ने उन्हें रोका।
इसके बाद किसान वहीं धरना लगाकर बैठ गए हैं। इससे पहले सुबह किसानों को मान से मीटिंग के लिए बुलाया गया था। अब वह किसानों से मीटिंग करने के बजाय दिल्ली रवाना हो गए हैं। सरकार का कहना है कि उनका दिल्ली दौरा पहले से तय था। किसान अफसरों से बात करने को राजी नहीं हैं।
किसानों का कहना है कि जब तक सरकार बात नहीं करती, वह यहीं पर पक्का मोर्चा लगाकर बैठे रहेंगे। किसानों को चंडीगढ़ में घुसने से रोकने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने मोहाली से सटा बॉर्डर सील कर दिया गया है। पुलिस किसी को भी ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर चंडीगढ़ में नहीं घुसने देगी।
किसान मोहाली के गुरुद्वारा अंब साहिब में इकट्ठा हो गए हैं। वह घर से राशन भी लेकर आए हैं, ताकि चंडीगढ़ में पक्का मोर्चा लगाया जा सके। वहीं किसानों के प्रदर्शन से घबराई मान सरकार ने पहले किसानों को बातचीत का न्यौता दिया था, लेकिन अब यह मीटिंग रद्द हो गई है।
संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उनकी जायज मांगें नहीं मानीं, इसलिए अब किसान सरकार के खिलाफ बड़ा संघर्ष शुरू करेंगे। पूरे पंजाब से किसान आज मोहाली के गुरुद्वारा अंब साहिब में इकट्ठा हुए। वहां से दोपहर बाद चंडीगढ़ के लिए कूच कर गए।
जोनवाइज रोपाई और बिजली कटों का विरोध :
पंजाब सरकार ने इस बार किसानों को एक साथ धान की रोपाई न करने को कहा है। इसके लिए राज्य को 4 जोन में बांटा गया है। इसके तहत 18, 20 और 22 जून को 6-6 जिलों और बचे 5 जिलों में 24 जून से धान की रोपाई होगी। सरकार ने यह कदम बिजली की कमी दूर करने के लिए उठाया। किसान इसका विरोध कर रहे हैं। वह ऐलान कर चुके कि तय वक्त पर सभी जगह रोपाई होगी। उन्होंने कहा कि किसानों को धान रोपाई के लिए पर्याप्त बिजली मुहैया करवाने का जिम्मा सरकार का है। वह इसे पूरा करे। इसके अलावा किसान गेहूं पर भी प्रति एकड़ 500 रुपए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
किसानों से पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने मीटिंग की, लेकिन किसान मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात पर अड़े हुए हैं। किसानों ने ऐलान कर दिया है कि पुलिस जहां बैरिकेड लगाकर रोकेगी, वहीं पर पक्का मोर्चा लगा देंगे।