गढ़शंकर – सयुंक्त किसान मोर्चे के नेता गुरनाम सिंह चंडूनी ने गढ़शंकर में पिंक सिटी होटल में किसान नेताओं से मीटिंग में 2022 विधानसभा चुनावों में 11 सीटों पर चुनाव लड़ने को मिशन पंजाब का नाम देते हुए चुनावी बिगुल बजाया। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रधान गुरनाम सिंह चंडूनी ने गढ़शंकर में किसानों के साथ मीटिंग के दौरान कहा कि किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए अब स्वंय राजनीतिक मैदान पर उतरना होगा। उन्होंने कहा कि अब तक सभी राजनीतिक दलों ने किसानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है लेकिन उनके हित में कभी कोई कार्य नही की किया। उन्होंने कहा कि 2022 में पंजाब में सरकार बनाने के बाद भारत मिशन के तहत देश मे सरकार बनाई जाएगी। मीटिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि किसान यूनियन के बैनर तले नही बल्कि पंजाब मिशन के बैनर तले राज्य की 117 सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने यह प्रस्ताव लोगों के सामने रखा है और आशा है कि सब लोग इसे स्वीकार करेंगे।एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी यह तय नही कि वह स्वयं चुनाव लड़ेंगे जा नही। उन्होंने कहा कि जल्द ही मिशन पंजाब का गठन किया जाएगा और जो किसान जत्थेबंदियां किसानों के राजनीति में आने का विरोध कर रहे हैं उन्हें समझना होगा कि अगर वह चुनाव मैदान में नही होंगे तो अन्य दल किसानों के वोट लेकर उनमे फुट डालते रहेंगे। उन्होंने किसान नेता राजेवाल के 51 साल के संघर्ष पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह बता सकते है कि उन्होंने इन वर्षों में संघर्ष में क्या हासिल किया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने किसानों को कम पीटा लेकिन हरियाणा सरकार ने किसानों के सिर तक फोड़ दिए थे। उन्होंने कांग्रेस व अकाली दल को किसानों का हितैषी नही दुश्मन बताया। कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू द्वारा संसद में किसान आंदोलन को राजनीतिक ड्रामा बताया। इस दौरान उनके साथ मखन सिंह कोठी, जगतार सिंह भिंडर, बसपा से निष्कासित पूर्व प्रधान रशपाल राजू सहित भारी संख्या में किसान नेता उपस्थित थे।