संगरूर, 13 जनवरी : संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) और शंभू और खनौरी सीमा पर दो मंचों संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के बीच एकता को लेकर आज पातड़ा के गुरुद्वारा गुरु तेग बहादुर साहिब में बैठक हुई। बैठक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचने के कारण अब अगले दौर की बैठक 18 जनवरी को होगी।
गौरतलब है कि किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल चलती बैठक से उठकर चले गए। उन्होंने बाहर खड़े पत्रकारों से भी बात नहीं की। हालांकि, आज की बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता चौधरी युद्धवीर सिंह , जोगिंदर सिंह उगराहां, रमिंदर सिंह पटियाला, बलबीर सिंह राजेवाल, मनजीत सिंह धनेर, दर्शन पाल, युद्धवीर सिंह, अभिमानियो कोहाड़, सरवन सिंह पंधेर, इंदरजीत सिंह कोट बुड्ढा, लखविंदर सिंह औलख, सुखजिंदर सिंह हरदो झंगी आदि शामिल हुए और अगले संघर्ष की रूपरेखा पर चर्चा की।
बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के दोनों गुटों के राजनीतिक और गैर-राजनीतिक किसान नेताओं की बैठक में
एकजुट होकर लड़ने का फैसला किया गया और यह भी निर्णय लिया गया कि किसान संगठन का कोई भी नेता हो, वह एक दूसरे के खिलाफ कुछ नहीं कहेगा। किसान नेताओं ने कहा कि अब सभी मिलकर संघर्ष करेंगे और 18 जनवरी को होने वाली किसान संगठनों की बैठक में अगले संघर्ष की रणनीति की घोषणा की जाएगी।
किसान संगठनों के संयुक्त मंच की सुबह 12 बजे से शुरू हुई संयुक्त मंच की बैठक में किसान मोर्चा के सभी नेता मौजूद रहे और इसी बैठक में एसकेएम के बलबीर सिंह राजेवाल भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि इस बैठक में प्रमुख नेता भी शामिल थे लेकिन बलवीर सिंह राजेवाल अचानक वे इस बैठक को बीच में ही छोड़कर चले गए। इस संबंध में उन्होंने पत्रकारों से बात नहीं की, जबकि किसान संगठनों के अन्य नेताओं ने बताया है कि बलवीर सिंह राजेवाल को कुछ जरूरी काम था, जिसके चलते उन्हें जाना पड़ा।