जालंधर। सोमवार रात पंजाब के एक हाईवे पर एक महिला ने ट्रक ड्राइवर से लिफ्ट लेकर उसके साथ दोस्ती की और कुछ देर बाद ही दो युवक अचानक सड़क किनारे से आकर हथियारों के बल पर उससे लूटपाट कर फरार हो गए।
पीड़ित ट्रक ड्राइवर अहमद जम्मू-कश्मीर से फल लेकर आया था और मंडी में माल उतारकर लौट रहा था। अहमद ने बताया कि रास्ते में महिला ने उसे इशारा कर रुकवाया और लिफ्ट मांगी।
महिला के ट्रक में बैठते ही दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई और महिला ने उससे जल्द ही दोस्ताना रवैया अपना लिया। इसी दौरान दो युवक, जिनके हाथ में दातर और तलवार थीं, अचानक ट्रक के पास आ धमके।
उन्होंने ड्राइवर को हथियार दिखाकर धमकाया और उसके पास रखे 25 हजार रुपए नकद और एक मोबाइल फोन लूट लिया। ये रकम ड्राइवर मंडी से माल देकर लेकर लौटा था। घटना के बाद दोनों युवक महिला के साथ फरार हो गए।
ढाबे पर बैठे लोगों ने देखा, पर लुटेरे फरार
वारदात के समय पास ही स्थित एक ढाबे पर कुछ लोग बैठे थे जिन्होंने यह सब होते देखा। वे तुरंत मदद के लिए मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक आरोपी वहां से भाग चुके थे।
हालांकि, हड़बड़ी में भागते समय आरोपित अपनी एक्टिवा स्कूटी मौके पर ही छोड़ गए। ढाबे पर मौजूद शिकायतकर्ता दलजीत ने पुलिस को बताया कि वह खाना खाने आया था, तभी देखा कि एक महिला और दो युवक ट्रक चालक को लूट रहे हैं। जब वह नजदीक गया तो आरोपी उसे देखकर भाग निकले।
एक्टिवा भी निकली चोरी की
वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। मौके पर मौजूद हेड कांस्टेबल गुरजीत सिंह ने स्कूटी को जब्त कर थाने पहुंचाया।
जब पुलिस ने एक्टिवा का नंबर चेक किया, तो पता चला कि यह स्कूटी लसाड़ा निवासी एक व्यक्ति की है, जिसने इसकी चोरी की शिकायत पहले ही थाने में दर्ज करवा रखी थी। इससे यह साफ हो गया कि लूट की वारदात में प्रयोग की गई स्कूटी पहले ही चोरी की गई थी।
पुलिस जांच में जुटी, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे
फिलहाल, एएसआई संजीव कुमार मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने ट्रक ड्राइवर अहमद और शिकायतकर्ता दलजीत के बयान दर्ज कर लिए हैं।
इसके साथ ही पुलिस अब उस इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपितों की पहचान की जा सके।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
बताया गया है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। पहले भी हाईवे पर लिफ्ट मांगने वाली महिलाओं की तरफ से ट्रक चालकों से दोस्ती कर लूटपाट की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
पुलिस को संदेह है कि यह किसी गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जो हाईवे पर सक्रिय है और भोले-भाले चालकों को अपना शिकार बना रहा है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपितों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।