प्रशासन को नुकसान का शीघ्र आंकलन कर राहत राशि जारी करने के दिये निर्देश।
एनएचएआई के अधिकारियों को फोरलेन से हुए भूस्खलन से मकानों को बचाने के लिए डंगे लगाने के दिए निर्देश।
नूरपुर 17 अगस्त: कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार ने आज वीरवार को ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत रजोल, बलाह,नियांगल तथा भाली पंचायतों के विभिन्न वार्डों का पैदल दौरा कर बरसात व भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सभी प्रभावित परिवारों से मिलकर नुकसान की जानकारी भी ली। गौरतलब है कि गत 14 अगस्त को क्षेत्र में हुई भारी बरसात के कारण इन पंचायतों में पहाड़ियां धंसने के कारण 39 मकान खतरे की जद में आ गए हैं। प्रशासन द्वारा अत्याधिक खतरे में आये मकानों को ऐतिहातन खाली करवा दिया गया है। पहाड़ी के धंसने के कारण मकानों को सबसे अधिक नुकसान रजोल तथा बाड़ा पंचायतों में आंका गया है।
कृषि मंत्री ने कहा कि बरसात की बजह से इस क्षेत्र में लोगों के घरों,उपजाऊ भूमि तथा निजी सम्पति को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि आज इन क्षेत्रों का ड्रोन सर्वे भी करवाया गया है ताकि बरसात से हुए वास्तविक नुकसान का पता चल सके। इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र में पहाड़ियों के बार-बार धंसने के सही कारणों का अध्ययन करने के लिए भूवैज्ञानिक को बुलाया गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कार्य योजना तैयार की जा सके। उन्होंने अधिकारियों को नुकसान का सही आंकलन करने सहित प्रभावित परिवारों को हर मदद पहुंचाने के निर्देश दिए ताकि बेघर हुए लोगों का स्थाई पुनर्वास सुनिश्चित बनाने के साथ अधिक से अधिक राहत पहुंचाई जा सके।
उन्होंने बताया कि प्रशासन के अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर स्वयं जायजा लिया है तथा शीघ्र ही इसकी विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश के मुख्यमंत्री को सौंप दी जाएगी। उन्होंने इस मौके पर प्रभावित परिवारों से मिलकर उनकी तकलीफ को सुना तथा प्रदेश सरकार की तरफ से हर संभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिया।उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने रिलीफ मैन्युअल में संशोधन कर आपदा से हुए नुकसान की मुआवजा राशि को भी कई गुणा बढ़ा दिया है।
कृषि मंत्री ने बताया कि जिन लोगों का नुकसान हुआ है उनके लिए स्थाई पुनर्वास व मुआवजा देने के लिए उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू से भी मांग की है।
कृषि मंत्री ने फोरलेन निर्माण के कारण बलाह पंचायत में नवनिर्मित भवनों को भूस्खलन के कारण हो रहे नुकसान को देखते हुए एनएचएआई के अधिकारियों को इन मकानों को भूस्खलन के खतरे से बचाने के लिए तुरन्त डंगे लगाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को क्षेत्र की क्षतिग्रस्त सड़कों, पेयजल तथा बिजली की लाइनों को शीघ्र बहाल करने के भी निर्देश दिए।
इस मौके पर एसडीएम महिंद्र प्रताप सिंह, बीडीओ श्याम सिंह, नायब तहसीलदार कोटला सीता राम, कांग्रेस प्रवक्ता संसार सिंह संसारी, ज़िला कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा, कांग्रेस नेता मनु शर्मा, नीलमा देवी, लोक निर्माण के अधिशासी अभियंता रवि भूषण, जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता अजय शर्मा , विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता आदर्श कुमार, उपमंडलीय भूसरंक्षण अधिकारी चंचल राणा, एसएमएस ज्योति रैना सहित अन्य विभागों के अधिकारी व पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित रहे।