बाहोवाल , 27 फरवरी : कृषि विज्ञान केंद्र बाहोवाल, होशियारपुर द्वारा ‘मधुमक्खी पालन’ पर एक व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में होशियारपुर जिले के विभिन्न गांवों से किसानों, युवाओं और महिलाओं ने भाग लिया।
छात्रों से रूबरू होते हुए डॉ. मनिंदर सिंह बोंस, एसोसिएट डायरेक्टर (प्रशिक्षण) केवीके बाहोवाल होशियारपुर ने आए हुए प्रशिक्षुओं का स्वागत किया और मधुमक्खी पालन के महत्व के बारे में बताया। प्रशिक्षण के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र, बाहोवाल के विशेषज्ञ डाॅ. प्रभजोत कौर, सहायक प्रोफेसर (पौधा संरक्षण) ने बुनियादी मधुमक्खी पालन, छत्तों के मौसमी रखरखाव, शहद निष्कर्षण, शहद मधुमक्खी के दुश्मन और कीट नियंत्रण और शहद मधुमक्खी उत्पादों पर विस्तृत जानकारी दी।
इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञ डाॅ. अजायब सिंह, सहायक प्रोफेसर (कृषि अभियांत्रिकी), डाॅ. करमवीर सिंह गरचा, सहायक प्रोफेसर (सब्जी विज्ञान), डाॅ. सुखदीप कौर, सहायक प्रोफेसर (पादप विज्ञान) ने भी शिक्षार्थियों के साथ शहद प्रसंस्करण, सब्जियों के परागण में मधुमक्खियों की भूमिका और शहद के पोषण महत्व के बारे में जानकारी साझा की।
इनके अलावा फल अनुसंधान केंद्र गांगी के प्रभारी डाॅ. सुमनजीत कौर और फार्म सलाहकार सेवा केंद्र, जिला विस्तार विशेषज्ञ, डॉ. गंगियान। चरणजीत कौर और कीट विज्ञान, डॉ. राकेश शर्मा ने भी विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला।
प्रशिक्षण के दौरान ग्राम रामपुर के प्रगतिशील मधुमक्खी पालक एस. मंजीत सिंह ने इस सहायक व्यवसाय में आने वाली समस्याओं और शहद के लाभों पर चर्चा की।