पंजाब में एक मिस्ड वॉट्सऐप कॉल के चलते राजनीतिक बवाल मच गया है। केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के करीबी सहयोगी राजेश अत्री को पंजाब पुलिस ने एससी-एसटी ऐक्ट के केस में अरेस्ट कर लिया है।
उन पर आरोप है कि उन्होंने एक वॉट्सऐप कॉल पर बदसलूकी की। उनके खिलाफ पटियाला के लाहौरी गेट के रहने वाले एक शख्स ने सिविल लाइंस पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायतकर्ता का कहना है कि उन्होंने गलती से वॉट्सऐप कॉल कर दी थी। इस पर राजेश अत्री ने उनसे बदतमीजी की और अपशब्द कहे। डीएसपी सतनाम सिंह ने कहा, ‘शिकायतकर्ता ने अत्री के नंबर पर गलती से कॉल कर दिया था। इस दौरान बातचीत में उन्होंने अपशब्द कहे।’
डीएसपी सतनाम सिंह ने कहा कि वॉट्सऐप कॉल पर की गई बदसलूकी को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी और पुलिस ने अत्री को इसी मामले में अरेस्ट कर लिया है। अत्री भी पटियाला के ही रहने वाले हैं। इस मामले से राजनीति भी तेज हो गई है। भाजपा सांसद रवनीत बिट्टू ने पंजाब की भगवंत मान सरकार पर सत्ता के नशे में अति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘मेरे बेहद करीबी और जिनसे मेरे कई पीढ़ियों के रिश्ते रहे हैं। ऐसे राजेश अत्री को आज सुबह अरेस्ट कर लिया गया। भगवंत मान सत्ता के नशे में चूर हैं। मेरे दो निर्दोष सहयोगियं को अरेस्ट किया गया है। कई अन्य साथियों के घरों पर पंजाब पुलिस रेड मार रही है।’ राजेश अत्री कांग्रेस के सीनियर नेता रहे हैं और रवनीत बिट्टू भाजपा में आए तो उनके साथ आ गए। दोनों के पुराने रिश्ते हैं।
हालांकि यह मामला हैरान करने वाला है कि कैसे एक मिस्ड वॉट्सऐप कॉल के चलते एससी-एसटी ऐक्ट में केस दर्ज हो गया और पुलिस ने तुरंत गिरफ्तारी भी कर ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सत्ता से विदाई के बाद अब पंजाब में संघर्ष तेज होता दिख रहा है। ऐसे में इस मामले ने राजनीति और तेज कर दी है। बिट्टू का कहना है कि पंजाब सरकार के आदेश पर लुधियाना पुलिस ने 10 जगहों पर रेड मारी है। उन्होंने कहा कि पुलिस मेरे करीब लोगों पर रेड मार रही है और युवाओं को फर्जी केसों में फंसाया जा रहा है। इस बीच बिट्टू के एक और सहयोगी राजीव राजा को भी अरेस्ट किया गया है। उनके खिलाफ एक उद्योगपति से 30 लाख रुपये की फिरौती मांगने का आरोप है। पुलिस ने राजा के अलावा दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है।