होशियारपुर/दलजीत अजनोहा : श्री गुरु गोबिंद सिंह खालसा कॉलेज माहिलपुर के बीएससी कक्षा सत्र 1965-66 के विद्यार्थी भाई मंगल सिंह ने आज कॉलेज पहुंचकर गुरु ग्रंथ साहिब जी की व्याख्या पर आधारित अनभवी गुरबाणी ज्ञान सटीक की सभी सात पुस्तकें तथा गुरमत चिंतन से संबंधित हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी में अन्य महत्वपूर्ण पुस्तकें खालसा कॉलेज माहिलपुर की संत बाबा हरि सिंह मेमोरियल लाइब्रेरी को भेंट कीं। इस अवसर पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. परविंदर सिंह, पंजाबी विभागाध्यक्ष डॉ. जेबी सेखों, शारीरिक शिक्षा विभागाध्यक्ष प्रो. राज कुमार ने भाई मंगल सिंह तथा उनके साथ कॉलेज पहुंचे फुटबॉल प्रमोटर प्रिंसिपल जगमोहन सिंह और समाजसेवी तरसेम सिंह डाडियां का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर प्रिंसिपल जगमोहन सिंह ने बताया कि गांव मायो पट्टी(कपूरथला) निवासी भाई मंगल सिंह 1965-66 सत्र के बीएससी कक्षा के विद्यार्थी थे, जिन्होंने उच्च शिक्षा के बाद यूपीएससी नई दिल्ली में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर सेवाएं निभाई तथा 2008 में सेवानिवृत्त हुए। सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब जी की सटीक व्याख्या पर गंभीर अध्ययन किया तथा गुरबाणी के अनुभवजन्य ज्ञान के सात खंड तथा गुरमत चिंतन से संबंधित अन्य गंभीर लेखन लिखे। इस अवसर पर भाई मंगल सिंह ने गुरमत चिंतन तथा सिख संस्कृति से संबंधित मूल अवधारणाओं पर अपने विचार प्रकट किए तथा अंग्रेजी, हिंदी तथा पंजाबी में रचित अपने लेखन कार्य की रचना प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने खालसा कॉलेज माहिलपुर में अपने विद्यार्थी जीवन के दौरान बिताए क्षणों को याद करते हुए कहा कि इस संस्था ने अनेक विद्यार्थियों के जीवन को रोशन किया है तथा यहां पहुंचकर उन्हें फिर से विद्यार्थी जीवन का अहसास हो रहा है। उन्होंने कॉलेज के विद्यार्थियों को शैक्षणिक शिक्षा के साथ-साथ गुरबाणी के अध्ययन में भी संलग्न होने तथा नैतिक रूप से ईमानदार जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. परविंदर सिंह ने भाई मंगल सिंह और उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद किया। कॉलेज प्रबंधन ने भाई मंगल सिंह, प्रिंसिपल जगमोहन सिंह और समाजसेवी तरसेम सिंह डाडियां को विशेष रूप से सम्मानित किया।
