शिरोमणि अकाली दल के प्रधान और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में हमले की कोशिश की गई. यह हमला नारायण सिंह चौड़ा ने किया, जो कि पूर्व आतंकी और बब्बर खालसा संगठन से जुड़ा रहा है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सतर्कता से यह बड़ा हादसा टल गया.
हमलावर का आतंकी इतिहास
नारायण सिंह चौड़ा एक कुख्यात आतंकी है, जो बुड़ैल जेल ब्रेक कांड का मुख्य आरोपी रह चुका है.
बुड़ैल जेल ब्रेक कांड (2004): इसमें 94 फुट लंबी सुरंग खोदकर चार खालिस्तानी कैदी फरार हुए थे. चौड़ा पर आरोप था कि उसने इस कांड में उनकी मदद की थी. हालांकि कोर्ट ने बाद में उसे बरी कर दिया था
पाकिस्तान से हथियार तस्करी: नारायण सिंह 1984 में पाकिस्तान चला गया था, जहां उसने गुरिल्ला युद्ध का प्रशिक्षण लिया और देशद्रोही साहित्य पर एक किताब लिखी. वह पंजाब में हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेपों की तस्करी में शामिल रहा है.
लंबा आपराधिक रिकॉर्ड: नारायण सिंह पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक अधिनियम के तहत अमृतसर, तरनतारन और रोपड़ में कई मामले दर्ज हैं
हमले की पूरी घटना
रविवार सुबह करीब 9:30 बजे नारायण सिंह ने श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में सुखबीर सिंह बादल के करीब जाकर उन पर हमला करने की कोशिश की. उसने पिस्तौल निकालकर बादल की तरफ तानी, लेकिन मौके पर मौजूद टास्क फोर्स के एक सतर्क कर्मी ने तुरंत उसे देख लिया और उसे रोकने की कोशिश की. जब नारायण ने पिस्तौल चलाई, तो गोली मिसफायर हो गई. पुलिस ने तुरंत नारायण सिंह को काबू में कर लिया और एक बड़ा हादसा टल गया.
पुलिस रिकॉर्ड और गिरफ्तारी
नारायण सिंह को 28 फरवरी, 2013 को तरन तारन के जलालाबाद गांव से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने तब उसके साथियों सुखदेव सिंह और गुरिंदर सिंह को भी पकड़ा था. उसकी निशानदेही पर मोहाली के कुराली गांव से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था. नारायण सिंह ने अमृतसर सेंट्रल जेल में पांच साल की सजा काटी है और फिलहाल जमानत पर बाहर था।