चैलेंज : कुल्लू जिला में एक मेडिकल कालेज खोलकर दिखाएं !
शिमला, 17 जुलाई
हिमाचल कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर ने सीएम जयराम ठाकुर को सबसे कमजोर सीएम होने की संज्ञा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश दिवालिया होने की कगार तक पहुंच चुका है और जयराम सरकार के कार्यकाल में कर्ज का बोझ बढक़र 70 हजार करोड़ पहुंच गया है। कौल सिंह ठाकुर ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हिमाचल में पुलिस कॉन्स्टेबल के साथ साथ कमीशन के पेपर भी लीक हुए था। इनकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
कौल सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर का ब्यूरोक्रेसी पर बिल्कुल भी नियंत्रण नहीं है और उन्होंने अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान सात मुख्य सचिव बदले हैं। यहां तक कि ईमानदार छवि के पूर्व मुख्य सचिव अनिल खाची को उनके पद से हटाया गया।
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल 5000 करोड़ की आर्थिकी को सरकार चोट पहुंचा रही है। बागवान सडक़ों पर है। प्रदेश सरकार फिर भी बागवानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार जीएसटी में 6 फीसदी छूट का बागवानों को लाभ देना चाहती है तो कैबिनेट में क्यों फैसला नहीं लिया गया। बीते साल तक 55 से 68 रुपए मिलने वाले कार्टन अब 70 से 80 रुपए मिल रहे हैं। इसी तरह पांच रुपए की ट्रे अब 8 रुपए मिल रही है।
कौल सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में भर्तियों पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व कुलपति सिकंदर कुमार ने सांसद बनने के बाद भी एचपीयू में 100 पदों पर आरएसएस की विचारधारा से जुड़े लोगों की भर्तियां की है। इसमें मेरिट का ध्यान नहीं रखा गया है। उन्होंने सरकार से इसकी जांच की मांग की है।
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि जल शक्ति विभाग में करोड़ रुपए का टेंडर घोटाले किए गए है। जयराम में दम है इसकी जांच करवाई है। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर कहते है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ने कुछ नहीं किया। इस पर कौल सिंह ने पलटवार करते हुए सीएम को जवाब दिया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में चार मेडिकल कालेज खोले है। उन्होंने जयराम को चैलेंज किया कि दम है तो डबल इंजन सरकार होने के बाद कुल्लू जिला में एक मेडिकल कालेज खोलकर दिखाएं।
कौल सिंह ठाकुर ने जयराम ठाकुर को बताया सबसे कमजोर मुख्यमंत्री
Jul 17, 2022