नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के 6 चरण संपन्न हो चुके हैं, 1 जून को सातवें और अंतिम चरण का मतदान होना है। लेकिन इस बीच दावों और सियासी बयानबाज़ी का माहौल चरम पर है। शराब घोटाले में 50 दिन तक कैद में रहने के बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल इसके केंद्र में हैं, वे खुद भी हैरान करने वाले दावे कर रहे हैं और उनको लेकर भी वैसी ही चीज़ें हो रहीं हैं।
भाजपा नेता और केजरीवाल के पूर्व सहयोगी कपिल मिश्रा ने अब दिल्ली सीएम और आम आदमी पार्टी को लेकर सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि, ”खबर है कि केजरीवाल लोकसभा के तुरंत बाद भगवंत मान को हटाने और राघव चड्ढा को पंजाब की कमान देने का निर्णय कर चुके हैं। राघव की जगह राज्यसभा में अभिषेक मनु सिंघवी जी जाएँगे। क्या भगवंत मान जी को ये पता चल चुका है ? क्या इसीलिए चुनाव प्रचार में ही दूरी दिखने लगी है।”
दरअसल, स्वाति मालीवाल के साथ केजरीवाल के घर हुई मारपीट मामले में भी ऐसी ही अटकलें लगाई गईं थीं। कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी हिमाचल से राज्यसभा चुनाव हार गए थे, उन्होंने ही केजरीवाल को चुनाव प्रचार के लिए जमानत दिलवाने में पूरा जोर लगाया है। कहा जा रहा था कि केजरीवाल ने इसके बदले में उन्हें राज्यसभा सीट ऑफर की है, केजरीवाल ने ये स्वीकार भी किया था कि, उन्होंने सिंघवी को सीट ऑफर की थी। स्वाति मालीवाल मामले में भी यही बताया गया था कि, केजरीवाल राज्यसभा सांसद पद से उनका इस्तीफा मांग रहे थे, जिसके लिए स्वाति तैयार नहीं थी, जिसके बाद उनके साथ मारपीट की खबर सामने आई। स्वाति ने एक इंटरव्यू में ये भी कहा है कि ”वो (केजरीवाल) प्यार से मांगते तो जान दे देती, राज्यसभा सांसद का पद क्या चीज़ है ?”
अब कपिल मिश्रा के दावे ने सियासी तापमान को और बढ़ा दिया है। अब ये देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या केजरीवाल, भगवंत मान को हटाकर चड्ढा को कमान सौंपते हैं और सिंघवी को राज्यसभा भेजते हैं या नहीं। वहीं, यदि ऐसा होता है, तो क्या भगवंत मान बगावत करेंगे या अपने गुरु केजरीवाल का फैसला मान लेंगे ?