एनआरआई ने डीएसपी गढ़शंकर को शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की
गढ़शंकर, 5 सितंबर : गढ़शंकर के गांव पनाम में करोड़ो की 44 कनाल, पांच मरले जमीन को तीन मृतकों सहित 7 लोगो के जाली आधार कार्ड बनाकर पहले चार मुख्त्यारनामा आम आपने नाम करवाया फिर अपनी पत्नी और एक अन्य महिला के नाम रजिस्ट्री कर दी। एक महिला ने इंतकाल दर्ज होने के बाद समुदड़ा के एक बैंक से कर्ज भी ले लिया। जमीन के हिस्सेदार , काबिज मालिक बताते हुए एनआरआई ने गढ़शंकर को शिकायत दी और सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
गांव चक्क हाजीपुर जोगिन्दर सिंह कंग पुत्र स्वर्ण चंद ने बताया कि इस सबंध में डीएसपी गढ़शंकर को दी शिकायत दी है। जिसमें मैंने विस्थार से बताया है कि गांव पनाम में आठ एकड़ एक कनाल पांच मरले जमीन का जमीन के हिस्सेदार, काबिज मालिक है। उक्त जमीन पर गत वीस वर्ष से मेरे नाम पर काशतकारी गिरदौरी दर्ज है। उक्त में से जमीन में से 44 कनाल पांच मरले के मामले में किरपाल सिंह नाम के व्यक्ति ने अन्य लोगो के साथ मिलकर तीन मृत व्यक्तियों सहित 7 लोगों के जाली आधार कार्ड बनाकर जमीन का मुखयतयार नामा आम आपने नाम करवाया और फिर अलग अलग तरीख को को 44 कनाल पांच मरले में से आदि जमीन अपनी पत्नी के नाम तीन अलग अलग तारीखों में कर दी और इतनी ही जमीन एक अन्य रोपड़ की रहने वाली महिला के नाम कर दी। किरपाल सिंह नाम के व्यक्ति की पत्नी ने समुदड़ा के बैंक से बारह लाख की लिमिट बना ली है और उसमें से 9 लाख निकलवा लिए है। शिकायत में लिखा है कि जमीन के मालिक सतगुरु नाथ मेहता, जिनकी मृत्यु 30 मार्च 1990 को हुई, ब्रह्म शरण मेहता की मृत्यु 18 जनवरी 2006 को हुई, किशन चंद मेहता की मृत्यु 13 सितंबर 2008 को हो चुकी है। उक्त 3 मृत व्यक्तियों सहित 4 अन्य लोग जानकी लाल, बिहारी लाल, बटाली राम और तुलसी का फर्जी आधार कार्ड बनाकर कुछ लोगों ने मिलकर पहले साजिश के तहत पहले एक व्यक्ति के नाम जाली मुख्तियार नामा आम बनाया और फिर उक्त मुख्तियार नामा की मदद से उस जमीन की तीन रजिस्ट्री मुख्तियार नामा आम वाले ने अपनी पत्नी के नाम व एक अन्य महिला के नाम कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जमीन की खरीद-फरोख्त के फर्जीवाड़े को छिपाने के लिए रजिस्ट्री के लिए पनाम गांव के नंबरदार की जगह गढ़शंकर के एक नंबरदार को बतौर गवाह रखा गया । जोगिंदर सिंह ने अपनी शिकायत में मांग की है कि फर्जी आधार कार्ड बनाकर जमीन की खरीद-फरोख्त करने वालों की जांच की जाए और इस काम में शामिल अधिकारियों के इलावा अन्य लोगो के खिलाफ मामला दर्ज कर कड़ी कार्यवाई की जाए।
तहसीलदार गढ़शंकर लखविंदर सिंह के मोबाइल पर फ़ोन किया गया तो बार बार करने के बावजूद व्यस्त आता रहा। जिसके बाद उनके व्हट्सएप्प पर काल की गई तो उन्होनों अटेंड नहीं की और व्हट्सएप्प पर मैसेज का जवाब भी नहीं दिया। जिक्रयोग है की तहसीलदार को किसी भी नंबर से कोई भी काल करे तो उनके नंबर पर अक्सर व्यस्त की अवाज़ सुनने को मिलती है।
डीएसपी गढ़शंकर परमिंदर सिंह से ने जोगिंदर सिंह द्वारा शिकायत देने की बात को साफ़ तौर पर नकारते हुए कहा कि मुझे किसी ने भी को शिकायत नहीं दी है। लेकिन रीडर सुरिदर सिंह ने कहा कि शिकायत नंबरी नहीं है दस्ती होगी। इसके बारे में बाद में बता दूंगा।