गुरदासपुर : गुरदासपुर जिले के रायमल गांव में एक संदिग्ध विस्फोट हुआ, हालांकि पुलिस ने मंगलवार को जानकारी दी कि किसी के घायल होने या हताहत होने की सूचना नहीं है। गुरदासपुर के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी), रिपुतपन सिंह संधू ने बताया कि कोटली सूरत मल्लियान पुलिस स्टेशन को सोमवार रात को रायमल गांव में सुखदेव सिंह के घर पर धमाके की आवाज सुनाई देने की सूचना मिली, जिसके बाद अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की और स्थिति का आकलन करने के लिए फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम को तैनात किया।
डीएसपी ने कहा कि “रात करीब 8 बजे, पुलिस स्टेशन कोटली सूरत मल्लियान को सूचना मिली कि रायमल गांव में सुखदेव सिंह के घर पर धमाके की आवाज सुनाई दी है। घर पर पहुंचने के बाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू की।”
संदिग्ध विस्फोट के कारण किसी के हताहत न होने की पुष्टि करते हुई, पुलिस ने अपनी जांच जारी रखी है और उचित कार्रवाई करेगी। डीएसपी ने बताया, “कोई नुकसान या क्षति नहीं हुई है। एक एफएसएल टीम वहां है, और जांच जारी है। जांच के बाद, हम उचित कार्रवाई करेंगे।” इससे पहले 15 फरवरी को, एक अलग मामले के संबंध में पुलिस अधिकारियों ने ओवरसियर सिंह उर्फ सतिंदर सिंह उर्फ सत्ती की हत्या में शामिल होने के आरोप में गिरोह के 4 साथियों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस के एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने उनके कब्जे से छह कारतूसों के साथ एक .32 बोर की पिस्तौल भी बरामद की है। सूचना और जनसंपर्क विभाग, पंजाब के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान बठिंडा के सेलबराह गांव के गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, बठिंडा के भाई रूपा गांव के लवजीत शर्मा उर्फ लवी, बठिंडा के भाई रूपा गांव के विनोद कुमार उर्फ स्किल शर्मा और बठिंडा के भगता भाईका के गगनदीप सिंह के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार बठिंडा के भाई रूपा निवासी हिस्ट्रीशीटर ओवरसियर सिंह की उसके पैतृक गांव में उसके पड़ोसी ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस साल 5 फरवरी को सुबह करीब 4 बजे निजी रंजिश के चलते गोली मारकर हत्या कर दी थी।