बटाला। गांव घसीटपुर के पास सोमवार रात अकाली कार्यकर्ता अजीतपाल सिंह निवासी गांव शेखुपुरा की उसके दोस्त अमृतपाल सिंह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए आरोपी अमृतपाल ने पुलिस को एक मनगंढ़त कहानी बता दी कि कुछ अज्ञात हत्यारों ने गोलियां चलाकर अजीतपाल की जान ली। पुलिस ने 24 घंटे में ही मामले का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामूली कहासुनी के बाद उसने अजीतपाल के सिर में गोली मारी थी। प्राथमिक जांच के दौरान मंगलवार सुबह पहले तो पुलिस ने अमृतपाल सिंह के बयान पर अज्ञात हमलावरों पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया था लेकिन मंगलवार शाम तक पुलिस को जांच पड़ताल के दौरान कुछ पुख्ता सबूत हाथ लगे तो खुलासा हुआ कि अजीतपाल की हत्या खुद अमृतपाल ने अपने मौसेरे भाई गुरमुख सिंह के सहयोग से की है। उसी वक्त पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके मौसेरे भाई गुरमुख सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और उसका लाइसेंस पिस्टल भी बरामद कर लिया जिससे उसने अजीतपाल सिंह के सिर पर गोली मारी थी। हत्या का कारण दोनों में बहसबाजी बताई जा रही है। अमृतपाल का कहना है कि अजीतपाल उसे कहता था कि वह उसके रिश्तेदारों से मेल-मिलाप क्यों रखता है, इसके बाद दोनों में तकरारबाजी हो गई। एसएसपी बटाला सतिंदर सिंह ने बताया कि पहले पुलिस ने आरोपी अमृतपाल सिंह के बयान पर अज्ञात लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया था लेकिन जब पुलिस ने इस मामले की जांच की और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज सहित कुछ अन्य सबूतों की जांच की तो पता चला कि अमृतपाल सिंह ही अजीतपाल सिंह का हत्यारा है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल किया गया अमृतपाल सिंह का लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद कर लिया है। उन्होंने बताया कि सोमवार की रात को दोनों पक्षों के बीच बहसबाजी गुरमुख सिंह के होटल में हुई थी जिसके बाद तकरारबाजी इस हद तक बढ़ गई कि अमृतपाल सिंह ने अजीतपाल के सिर में गोली मार दी और उसकी हत्या कर दी। एसएसपी ने आगे बताया कि पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल पूरी गहनता से कर रही है। अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि फरार चल रहा गुरमुख सिंह भी जल्द ही पुलिस हिरासत में होगा।