गढ़शंकर। आईएमए डाक्टर्स एसोसिएशन गढ़शंकर की अगुआई में डाक्टरों की तरफ से रोष प्रदर्शन कर निजी अस्पतालोंके ओपीडी तथा अन्य सेवाएं ठप रखीं गईं। जिससे मरीजों को भारी मुश्किलों का साहमना करना पड़ा।
आई.एम.ए. के अध्यक्ष गढ़शंकर डा. जंग बहादर सिंह राय तथा प्रेस सचिव डा. रमनप्रीत कौर एम.डी. गायनी ने बताया कि राजस्थान में एक गर्भवती महिला जिसका इलाज एक क्वालिफाइड गायनी डाक्टर कर रही थी, प्रसव दौरान महिला मरीज की रक्त ाव से मौत हो गई। जिसके बाद सियासी हस्तक्षेप एवं अवैध कानूनी दखल के कारण महिला डा. अर्चना शर्मा पर धारा 302 के तहत पर्चा दर्ज किया गया। इससे जहां समूह डाक्टर भाईचारे में रोष की लहर फैल गई साथ सहम का माहौल बना हुआ है। क्योंकि प्रसव में रक्तस्राव (पीपीएच) एक आम पेचीदगी है। जिससे मरीज की आमतौर पर मौत हो जाती है। इसमें किसी भी डाक्टर का कोई दोष नहीं। समूह मैडीकल शाखा गढ़शंकर द्वारा आज जहां धरना प्रदर्शन करके स्वास्थ्य सेवाएं ठप रखीं वहीं साथ ही सरकार को अपील की कि डाक्टरों के खिलाफ नियम-कानून को सियासी दखलअंदाजी से मुक्त किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि डाक्टर अर्चना शर्मा पर झूठा 302 का पर्चा सियासी दखलअंदाजी से दर्ज न होता तो शायद एक काबिल गोल्ड मैडलिस्ट डाक्टर खुदकुशी करने के लिए मजबूर न होती। इससे न सिर्फ डाक्टर भाईचारे को न पूरा होने वाला घाटा पड़ा है वहीं बेकसूर बच्चों से एक मां का साया उठ गया है।
आई.एम.ए. गढ़शंकर ने सरकार को अपील की कि डाक्टर अर्चना शर्मा के कातिलों के खिलाफ कानून मुताबिक कार्रवाई की जाए तथा समूह पुलिस अधिकारियों को हिदायत जारी की जाएं कि कानूनी माहिर की सलाह के बिना किसी भी डाक्टर के खिलाफ अवैध पर्चा दर्ज करके उसे तंग-परेशान न किया जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए सरकार से अपील की कि यदि डाक्टर अर्चना शर्मा के कातिलों को गिरफ्तार न किया गया तो आईएमए गढ़शंकर इसका सख्त विरोध करेगी। रमनप्रीत अस्पताल के बाहर डा. रमनप्रीत कौर अन्य स्टाफ सदस्यों के साथ प्रदर्शन किया
फोटो: रमनप्रीत अस्पताल के बाहर डा. रमनप्रीत कौर अन्य स्टाफ सदस्यों के साथ प्रदर्शन दौरान।