बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी के बीए, बीएससी व बीकाम के घोषित नतीजों में भारी गड़बड़ी सामने आई है। एचपीयू के तहत प्रदेश के कालेजों में पड़ रहे हजारों छात्र हड़कंप की स्थिति में हैं। एक और तो पहले ही रिजल्ट लेट है। दूसरी ओर जिस क्लास का परिणाम आया, वो भी आधा-अधूरा ही आया है। स्टूडेंट पहले पास, फिर फेल या कंपार्टमेंट और कहीं पास-सप्लीमेंट व फेल तो किसी के रिजल्ट में स्टारों के खेल की स्थिति है। शिमला यूनिवर्सिटी ने दो दिन पहले तीनों स्ट्रीम में फर्स्ट सेमेस्टर का रिजल्ट निकाला। इसे देखकर ही प्रदेश के कॉलेज में पढ़ रहे लगभग 55 हजार छात्र चकरा रहे हैं। कॉलेजों के करीब 80% यानी 44 हजार छात्रों का रिजल्ट आधा-अधूरा आया है। छात्रों का आरोप है कि एचपीयू ने पहले देर से रिजल्ट दिया। रिजल्ट देखा तो शाम को क्लियर था, लेकिन सुबह फेल दिखाया। किसी बच्चे ने कहा सप्लीमेंट या दो स्टार शो हो रहें हैं।
एबीवीपी ने किया यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन :
एचपीयू के रिजल्ट में खामियों के चलते स्टूडेंट्स में ही नहीं, उनके माता-पिता में भी गुस्सा है। परीक्षा परिणाम एकाध के उलट-पुलट नहीं हुए, अधिकतर बच्चों को बार-बार परेशान होना पड़ा। इस गड़बड़झाला पर एबीवीपी ने शिमला यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन किया। दूसरी तरफ प्रदेशभर से छात्र समुदाय यूनिवर्सिटी का घेराव करने की चेतावनी दे रहा है।
पहले आया टॉपर, फिर आया फेल :
रिजल्ट के पहले दिन अपनी क्लास में टॉपर रही छात्रा के पिता प्रवीण शर्मा इसे यूनिवर्सिटी का नया कारनामा कहते हैं। नई लिस्ट में फर्स्ट डिवीजन में पास बच्चों को अब फेल घोषित कर दिया। यूनिवर्सिटी प्रशासन बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। उन्हें गुस्सा है कि रिजल्ट एक बार ही निकलता है। स्टूडेंट के रिजल्ट में कोई कमी हो तो बच्चों को ग्रेस मार्क्स दिए जाते हैं।
स्टूडेंट्स व पेरेंट्स छात्रों के पेपर दोबारा चैक करवा सकते-नेगी
इस पूरे मामले पर यूनिवर्सिटी के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन (सीओई) जेएस नेगी ने कहा कि रिजल्ट में कोई गड़बड़ी नहीं हुई। कुछ टेक्निकल इश्यू था, जिसे सुबह 10 बजे तक ठीक कर लिया गया था। उन्होंने कहा कि जो छात्र अपने रिजल्ट से खुश नहीं, उनके पास कई ऑप्शन हैं। स्टूडेंट और उनके पेरेंट्स भी अपने बच्चों के पेपर फिर से चेक करवा सकते हैं।