चंडीगढ़ : सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को आप-कांग्रेस गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार कुलदीप कुमार को चंडीगढ़ के मेयर पद पर विजयी घोषित कर दिया था। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का आर्डर नगर निगम को नहीं मिला जिसके चलते कुलदीप मेयर की कुर्सी संभाल नहीं सके।
सूत्र बताते हैं कि मेयर कुलदीप कुमार जब अपना पदभार संभालेंगे तो आप इसको लेकर एक बड़ा शो कर सकती है जिसे आगामी लोकसभा की तैयारी से जोड़कर देखा जाएगा। पदभार संभालने के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित आप के कई बड़े नेता नगर निगम कार्यालय आ सकते हैं। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट का आर्डर आने के बाद कुलदीप कुमार के पदभार संभालने की तिथि घोषित की जा सकती है। भाजपा के हाथ से चाहे मेयर का पद निकल गया, लेकिन सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर भाजपा के हाथ से न निकले इसको लेकर भाजपा काफी गंभीर है। यही वजह है कि भाजपा ने अपने सभी 17 पार्षदों को एकसाथ रखा हुआ है। आगामी 26 फरवरी को सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के मामले में हाईकोर्ट की सुनवाई तक भाजपा किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती। भाजपा ने अपने पार्षदों को पंचकूला में एक रेस्टहाउस में रखा है और उन पर नजर भी रखी जा रही है।
जबरदस्त किरकिरी से भाजपा हाईकमान नाराज : वहीं, चंडीगढ़ मेयर के चुनाव को लेकर भाजपा हाईकमान काफी खफा नजर आ रही है। भाजपा के कई वरिष्ठ नेता पूरे प्रकरण से नाराज दिखाई दे रहे हैं। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पार्टी की जबरदस्त किरकिरी हुई। भाजपा चंडीगढ़ के अध्यक्ष जतिंदर मल्होत्रा के लिए भी संकट की स्थिति पैदा हो गई। भाजपा के पास सांसद को लेकर 18 वोट हैं। एक वोट शिअद का है। जबकि आप-कांग्रेस गठबंधन के पास अब 17 वोट हैं। रविवार देर रात आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद भाजपा में शामिल हुए थे। आप पार्षद पूनम देवी, नेहा मुसावत और गुरचरण काला दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए थे।