चंडीगढ़ ।।कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज यानी बुधवार को हरियाणा दौरे पर थे। उन्होंने चंडीगढ़ स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में ‘संगठन सृजन कार्यक्रम’ के तहत करीब 3 घंटे तक प्रदेश नेताओं और पर्यवेक्षकों की बैठक ली।
करीब 8 महीने पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी पहली बार प्रदेश कार्यालय पहुंचे थे।
राहुल गांधी ने सबसे पहले पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सिरसा सांसद कुमारी शैलजा, राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला समेत 17 वरिष्ठ नेताओं की बैठक ली। करीब डेढ़ घंटे चली बैठक के बाद उन्होंने प्रदेश में पार्टी का संगठन खड़ा करने के लिए हाईकमान की ओर से नियुक्त 22 जिला पर्यवेक्षकों से मुलाकात की और उनका फीडबैक लिया। राहुल ने संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया है।
इसके बाद दोपहर करीब 2.30 बजे वजे कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला के साथ चंडीगढ़ एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए।
राहुल गांधी ने जाहिर की नाराजगी : सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा में कांग्रेस का 11 साल से कोई संगठन नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण गुटबाजी है। वरिष्ठ नेताओं में आपसी कलह के कारण ही कांग्रेस को 2024 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इस हार पर राहुल गांधी ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की और इसे खत्म करने को लेकर स्पष्ट संदेश दिया है।
मध्य प्रदेश में भी दी थी नसीहत : राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में जमीनी स्तर पर अपने संगठन को मजबूत करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की। राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ छह घंटे बिताए और चार अहम बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को नसीहत दी और उनकी सलाह पर अमल करने में कोई कोताही नहीं बरती।