एएम नाथ । शिमला : हिमाचल प्रदेश में भारी बरसात से मिले जख्म भरने का नाम नहीं ले रहे हैं। चंबा में चार दिन की भारी बारिश से होली बाजार को खतरा हो गया है। रावी नदी के तेज बहाव से बाजार के साथ निचले घरों के नीचे भूमि कटाव हो रहा है। गुरुवार को बरसात के चलते बिलासपुर व ऊना जिला में एक-एक मौत दर्ज की गई है। बुधवार रात को चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर मंडी में औट के बनाला के पास पूरा पहाड़ सडक़ पर आ गया। मंडी की सांसद कंगना रणौत ने एक फोटो शेयर करके वहां पर भारी जन हानि का दावा किया, मगर डीसी मंडी ने इस दावे को नकार दिया। डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि बनाला लैंडस्लाइड में किसी भी गाड़ी और व्यक्ति के चपेट में आने के कोई साक्ष्य नहीं है। वहीं कुल्लू, चंबा और लाहुल-स्पीति के ज्यादातर भागों में तीन दिन से मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं थी, जिसे गुरुवार शाम तक कुछ हद तक बहाल कर दिया गया है। यहां पर सडक़ें, पानी और बिजली भी बंद हैं, वहीं लोगों के पास राशन नहीं होने की चिंता विधानसभा में जताई गई।
चंबा, मनाली और लाहुल-स्पीति में फंसे पर्यटकों के परिजन उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे। चंबा, कुल्लू और लाहुल-स्पीति में दो हजार से ज्यादा टूरिस्ट और मणिमहेश यात्री फंसे होने का अंदेशा जताया जा रहा है। सरकार ने भरमौर में फंसे 335 लोगों की एक लिस्ट जारी की है, जिसमें फंसे हुए श्रद्धालुओं के नाम और नंबर भी दिए गए हैं। पुलिस ने दावा किया कि सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं। इनके परिजन संचार सेवाएं ठप होने की वजह से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं