एएम नाथ । चंबा :जिले में रविवार रात से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है. जिले के कई इलाकों में भारी जलभराव और भूस्खलन की घटनाओं ने यातायात, बिजली और जल बंद कर दिया है।
प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति को देखते हुए राहत कार्यों को तेज कर दिया है. बारिश के कारण जिले की कुल 39 सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है. साथ ही बिजली ट्रांसफॉर्मरों के बंद रहने से कई क्षेत्रों में बिजली सप्लाई बाधित है, जिससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, चंबा जिले में 39 सड़कें बंद हैं. तीसा उपमंडल में सबसे अधिक 18 सड़कों पर यातायात बंद है. इसके अलावा 214 विद्युत ट्रांसफॉर्मर बंद पड़े हैं, जिसके कारण कई इलाकों में बिजली का संकट गहराया है।
मूसलाधार बारिश की वजह से 62 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिससे हजारों लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन ने इन क्षेत्रों में जल आपूर्ति बहाल करने के लिए त्वरित कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
भारी बारिश के कारण जिले में कुल पांच मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनमें से एक कच्चा मकान पूरी तरह गिर चुका है जबकि दो पक्के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा एक गौशाला और एक छोटा पुल भी बारिश के कारण नुकसान झेल रहे हैं।सबसे दुखद घटना उपमंडल चंबा के मैहला क्षेत्र में सामने आई, जहां धारवाला पटवार वृत्त के अंतर्गत भूस्खलन के कारण एक मकान गिर गया. इस हादसे में एक पुरुष और एक महिला की मौत हो गई. यह घटना सोमवार तड़के लगभग 3 बजे हुई. मृतकों के शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज चंबा भेज दिए गए हैं।
तीसा उपमंडल के जुंगड़ा क्षेत्र में बादल फटने की खबर मिली है, जिससे मक्की की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इसके अलावा कुंठेड़ भटोरा क्षेत्र में एक कच्चा मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. थाना क्षेत्र में दो पक्के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
भटियात उपमंडल से भी एक मकान के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने की पुष्टि एसडीएम भटियात ने की है. प्रशासन ने सभी प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है और क्षेत्रीय अमले को हाई अलर्ट पर रखा गया है।