अमृतसर : स्वर्ण मंदिर में जानलेवा हमले के बाद शिरोमणि अकाली दल प्रमुख और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल बाल-बाल बच गए। उन्होंने अपनी जान बचाने वाले दो पुलिस अधिकारियों को गले लगा लिया।
एक पूर्व आतंकवादी नारायण सिंह चौड़ा ने बादल पर गोली चलाई थी, लेकिन सादे कपड़ों में मौजूद पुलिसकर्मियों ने हमलावर को काबू में कर लिया था। बादल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एएसआई जसबीर सिंह और हीरा सिंह की तस्वीरें पोस्ट कीं जो उनकी सुरक्षा में शामिल हैं।
बादल ने पोस्ट में लिखा, “किसी की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालना कोई आसान बात नहीं है। एएसआई जसबीर सिंह और एएसआई हीरा सिंह दोनों ही प्रकाश सिंह जी बादल के समय से हमारे परिवार का हिस्सा रहे हैं। बादल ने कहा, “मेरा परिवार और मैं कल उनके द्वारा दिखाए गए साहस का ऋण नहीं चुका सकते। भगवान उन्हें लंबी आयु, अच्छा स्वास्थ्य और सभी खुशियां दें।”
बता दें कि चौड़ा को गुरुवार को अमृतसर की एक अदालत ने तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। उसे कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया था। बचाव पक्ष के वकील ने अमृतसर में संवाददाताओं को बताया कि पंजाब पुलिस ने सात दिन की हिरासत मांगी थी, लेकिन अदालत ने उसे तीन दिन के लिये हिरासत में भेजा है।
चौड़ा को आठ दिसंबर को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा। एडवोकेट ने कहा कि चौड़ा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 (हत्या का प्रयास) और शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। चौड़ा ने पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री बादल को निशाना बनाकर नजदीक से गोली चलाई, जिसके बाद सादे कपड़ों में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे काबू कर लिया।
यह घटना वहां मौजूद मीडियाकर्मियों के कैमरों में रिकॉर्ड हो गई। सुखबीर पंजाब में 2007 से 2017 के बीच अकाली दल शासन के दौरान सरकार की ‘गलतियों’ के लिए धार्मिक प्रायश्चित के तौर पर स्वर्ण मंदिर के मुख्य द्वार पर दूसरे दिन ‘सेवादार’ के रूप में सेवा कर रहे थे, जिसे कवर करने के लिए मीडियाकर्मी वहां मौजूद थे।