गुरदासपुर : चोरी के मामले में लड़की को टॉर्चर करने पर SSP हरीश कुमार ने पुलिस के 4 अधिकारियों थाना सिटी के प्रभारी गुरमीत सिंह, मंगल सिंह, अश्वनी कुमार और जज के गनमैन सरवन सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। जिनकी पहचान। वहीं सिटी थाना में महिला प्रभारी को नियुक्त किया गया है। पूरे मामले की जांच DSP सुखपाल सिंह कर रहे हैं।
सिविल अस्पताल में दाखिल पीड़ित लड़की मधु ने बताया था कि वह एक घर सफाई का काम करती थी। अधिकारी के घर चोरी होने के बाद शक के आधार पर थाना सिटी पुलिस ने शनिवार सुबह 11 बजे मुझे उनके घर से उठा लिया। पीड़ित लड़की ने बताया कि पुलिस ने उसके घर की चप्पे-चप्पे की तलाशी ली, लेकिन कुछ भी बरामद नहीं हुआ। पीड़ित मधु ने कहा कि पुलिस के पुरुष कर्मचारियों की ओर से मेरे कपड़े भी उतारे गए तथा रविवार को रात लगभग 11 बजे मेरे गांव के सरपंच कुलवंत सिंह को फोन कर मुझे घर भेज दिया गया। जिसके बाद अगले दिन सोमवार को यह मामला किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के ध्यान में आया तथा कमेटी के अधिकारी मुझे इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले आए।
किसान कमेटी के सीनियर उपप्रधान जितेंद्र सिंह ने बताया कि हमे पता चला है कि उक्त लड़की पुलिस की ओर से 2 दिन नाजायज तरीके से हिरासत में रख उस पर अत्याचार किया गया है। यही नहीं मारपीट के दौरान कोई भी महिला पुलिस कर्मचारी मौजूद नहीं थी। जितेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसे पुलिस अधिकारियों से किसी भी तरह की इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस को कोई शक था तो उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया जाता एवं उसे रिमांड पर लेकर मामले की छानबीन की जाती। कानून मुताबिक शाम 5:00 बजे के बाद किसी भी औरत को थाने में नहीं रखा जाता उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर सरकार एवं प्रशासन इस मामले में कोई कोताही करती है तो किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से तीखा संघर्ष किया जाएगा, जिसके जिम्मेदार प्रशासन एवं मौजूदा सरकार होगी।
चोरी के मामले में लड़की को टॉर्चर करने पर पुलिस के 4 अधिकारी लाइन हाजिर,
Jul 07, 2023