भगवान का सिमरन मनुष्य के जन्म जन्म के दुखों कलेशों का नाश करता है : रवि नंदन जी शास्त्री
होशियार पुर/दलजीत अजनोहा : अलमस्त फकीर दरबार बापू गंगा दास जी में पिछले दिनों से मुख्य सेवादार मनदीप बैंस के नेतृत्व में समूह संगतों के सहयोग से बापू जी के वार्षिक समागम को समर्पित चल रही श्री मद भागवत कथा आज बहुत ही प्रेम वा श्रद्धा भाव से सम्पन्न हुई निरंतर चले इस श्री मद भागवत कथा के प्रवाह में संगतों की ओर से अपनी भरपूर हाजरी लगवाई और श्री मद भागवत कथा व्यास रवि नंदन शास्त्री जी की ओर से की गई कथा का भरपूर आनंद लिया इस अवसर पर श्री मद भागवत कथा व्यास रवि नंदन शास्त्री जी ने कहा के जब तक किसी भी व्यक्ति के पुण्य कार्य साथ चलते है तब तक उसकी मृत्यु नही हो सकती उन्होंने कहा के
भगवान का सिमरन मनुष्य के जन्म जन्म के दुखों कलेशों का नाश करता है इस लिए हर व्यक्ति को चाहिए के अपने गृहस्थ जीवन में भी भगवान का सिमरन करे और जब कोई भी व्यक्ति निस्वार्थ भाव से कोई कार्य करता है तो उसका फल भगवान उसे कई गुना बढाकर देते है बस भगवान में आस्था होनी अवश्य है
इस अवसर पर अनिल कुमार काला,इंस्पेक्टर परमजीत सिंह बैंस,राज कुमार सेवामुक्त इंस्पेक्टर,विक्की अग्निहोत्री,जोगिंदर पाल पिंकी,रवि खरौदी,गोपी बसरा,बिल्ला माहिल पुर,मोंटी तिवारी,अच्छर कुमार जोशी,अनुराग हांडा आदि सहित अन्य संगतें भारी गिनती में उपस्थित थी